देहरादून। उत्तराखंड में नौकरी को लेकर हुए भ्रष्टाचार से सभी हैरान हैं। रोज नए-नए दावे और खुलासों ने सच-छूट का अंतर समाप्त कर दिया है। इसी बीच RSS (स्वयं सेवक संघ) उत्तराखंड प्रांत प्रचारक पर करीबी लोगों को नौकरी दिलवाने की लिस्ट भी सोसियल मीडिया में वायरल हो रही है। हालांकि स्वयं सेवक संघ की ओर से इसे फर्जी सूची बताया जा रहा है और इसे साइबर अपराध बताते हुए पुलिस में मामला दर्ज करवाया गया है।मामले पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की और एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि संघ के पदाधिकारियों को बदनाम करने के लिए एक फेक लिस्ट सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने का अनुरोध किया। वहीं मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को मामले की पूरी जांच कर समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।जानकारी के अनुसार प्रांत कार्यवाह आरएसएस उत्तराखंड प्रांत ने एक एफआईआर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर दी जिसमे उत्तराखंड प्रांत प्रचारक द्वारा वर्ष 2017 से 2022 के मध्य पद का दुरुपयोग कर सरकारी नौकरी लगाने का फर्जी, कूटरचित दस्तावेज कुछ लोगो द्वारा भ्रामक सूची बनाकर फेक आईडी द्वारा सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है।एफआईआर में कहा गया है कि यह फर्जी कूट रचित लिस्ट में उल्लेखनीय लोग न तो उक्त स्थान पर नियुक्त है न तो कार्यरत है। इस भ्रमित खबर को फैला कर समाज में घृणा और वैमनस्य फैलाया जा रहा है। सूचना पर सीसीपीएस देहरादून पर धारा 501/505 आईपीसी व 66 आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।