हवालबाग में वॉलिंटियर फायर फायटरों को दिया गया प्रशिक्षण, आग बुझाने के व्यवहारिक तौर तरीकों की जानकारी दी
Volunteer firefighters were given training in Hawalbagh and given information about practical methods of extinguishing fire
सिविल सोयम वन प्रभाग अल्मोड़ा एंव द हंस फाउंडेशन द्वारा सयुंक्त रूप से फायर सीजन के लिए तैयार किए जा रहे है ग्राम स्तर से वालियन्टिर्स फायर फाइटरो की टीम
अल्मोड़ा : गुरुवार को द हंस फाउंडेशन द्वारा वन अग्निशमन एवं रोकथाम परियोजना के अंतर्गत वन अग्नि प्रबंधन हेतु वॉलेंटियर फायर फायटर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम वन विभाग के सहयोग से विकासखंड सभागार हवालबाग (अल्मोड़ा)में आयोजित की गई।
कार्यक्रम में राजस्व ग्राम उसकौना, कनालबूंगा, नाकोट, कसून,भनरगाँव, सकनियाकोट और नौला के फायर फाइटरों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया ।
हंस फाउंडेशन के ब्लॉक समन्वयक चन्द्रेश पंत द्वारा हंस फाउंडेशन का परिचय देते हुए हंंस फाउंडेशन द्वारा संचालित वन अग्निशमन एंव रोकथाम परियोजना के बारे मे जानकारी दी गई और कहा गया कि उत्तराखंड के चार जनपदों के 10 विकासखंड मे कार्य कर रही है।
जिसमे ग्राम स्तर पर फायर फाइटरों का चयन किया गया हैं जिनको वन अग्नि रोकथाम हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं साथ ही फायर फाइटरों को पिरुल कलेक्शन आदि की जानकारी दी गई।
तत्पश्चात एसडीआरएफ के एसआई पंकज डंगवाल ने आपदा के समय किस तरह रेस्क्यू किया जाता है ये बताया गया साथ ही फर्स्ट एड की जानकारी दी गई व वनाग्नि के दौरान कैसे सबसे पहले खुद की सुरक्षा की जाए और कैसे वन अग्नि घटना मे घायल व्यक्ति की सुरक्षा की जाए इस बारे बताया गया
उन्होने आग को बुझाने के तीन तरीके बताए जिसमें पहला तरीका ठंण्डा करके ,दूसरा भूखा मारना (जलने वाले साधन को हटा कर) और तीसरा गला घोटना(गिले कपडे से जलते हुए वस्तु को दबा देना यानि ऑक्सीजन नही देना ) ।
इस दौरान घायल व्यक्ति को सीपीआर देने की जानकारी दी गई , वनों की आग आज के समय मे एक ऐसी आपदा बनते जा रही है जिसमें आग के दुष्प्रभावों की जानकारी देते हुए कहा की मानव जीवन मे खतरा बन रही जिससे वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन , जंगल की आग से पेड़ पौधों के जड़ों की पकड़ कमजोर होने से भूस्खलन की घटनाएं अधिक होने, प्रतिरोधक क्षमता को भी कम कर रही है साथ घटना स्थल पर प्राथमिक उपचार के बारे मे बताते हुए आग , आग के प्रकार , वनाग्नि, वनाग्नि के कारण, प्रकार कंट्रोल के तरीके, वनाग्नि के पर्यावरण मे नुकसान, जलन, जलन के प्रकार जलन की प्राथमिक चिकित्सा , वनाग्नी प्रबन्धन , इंप्रोवाइज तरीके से स्ट्रेचर बनाना , फायर इक्विपमेंट की जानकारी , और अभ्यास कराया गया
आपदा विभाग से आलोक वर्मा द्वारा आपदा के समय किस तरह से व्यक्ति को सुरक्षित स्थान तक ले जाया जाए व क्या क्या घरेलु उपचार घायल व्यक्ति को दिया जाए इस संबंध मे विस्तारपूर्वक जानकारी दी
सिविल सोयम के वन प्रभाग कोसी रेंज की वन बीट अधिकारी पूनम पंत द्वारा फायर लाइन बनाने की जानकारी फायर फाइटर को डेमो के माध्यम से दी गई और फायर उपकरणों की जानकारी देते हुए स्वयं की सेफ्टी के बारे मे व्यवहारिक जानकारी दी।
विकासखंड के उपखंड विकास अधिकारी रमेश सिंह कनवाल द्वारा विकासखण्ड द्वारा संचालित की जा रही योजनाओ के बारे मे फायर फाइटरों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई कार्यक्रम मे समस्त गांव के वन सरपंच, ग्राम प्रधान, एस. डी. आर. एफ. कमल जोशी, हरीश चंद्र पाण्डे,कृष्णा सिंह कार्मी , हंस फाउंडेशन के हवालबाग ब्लॉक की समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे।