जम्मू के पूंछ जिले के बफलियाज क्षेत्र में आतंकी हमले का शिकार हुए गौतम कुमार के पार्थिव शरीर को आज सेना के विमान से देहरादून एयरपोर्ट लाया गया। उनके पार्थिव शरीर के उत्तराखंड पहुंचने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलिदानी को श्रद्धांजलि दी। जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सेना के हेलीकॉप्टर से उनके घर पहुंचाया गया। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा परिजनों की आखें भर आई। बेटे के पार्थिव शरीर को देख मां रोने बिलखने लगी। गौतम की शादी होने वाली थी।गौतम 2014 में सेना के 89 आर्म्ड कोर में भर्ती हुए थे वह बीते दो वर्षो से जम्मू कश्मीर के पूंछ सेक्टर में तैनात थे। एक दिसंबर को वह छुट्टी आए थे जिसके बाद वह 16 दिसंबर को वापस ड्यूटी में गए थे।। परिजनों ने बताया कि सितंबर में उसकी सगाई ऋषिकेश में हुई थी, अब उनका सेहरा सजने वाला था जिसको लेकर पूरा परिवार उत्साहित था। सेना के अधिकारियों ने रात साढ़े बारह बजे उनके शहीद होने की सूचना दी। खबर सुनते ही पूरा परिवार सदमे में चला गया। दो वर्ष पूर्व उनके पिता का निधन हुआ था पिता शिक्षा विभाग में तैनात थे व माता नीलम देवी गृहणी है। गौतम चार भाई बहनों में सबसे छोटा था दो बहनों की शादी हो चुकी है।