पति की हो गई मौत, तो अस्पताल ने गर्भवती पत्नी से साफ कराया स्ट्रेचर, झकझोर कर रख देगा यह वीडियो
मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल डिंडोरी जिले में अस्पताल प्रशाशन का अमानवीय चेहरा नजर आया है। यहां जमीन विवाद को लेकर हुई झड़प में घायल को उपचार के लिए गाड़ासरई के एक अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद उसकी 5 महीने की गर्भवती पत्नी से पति के बेड पर लगे खून को साफ कराया गया। बताया जा रहा है गोलीबारी की घटना के बाद पांच महीने की गर्भवती महिला को अस्पताल के उस बिस्तर से खून साफ करने के लिए मजबूर किया गया जिस पर उसके पति की मौत हो गई थी।इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिससे लोगों में आक्रोश फैला हुआ है।
इस बीच, अस्पताल के अधिकारियों ने दावा किया कि महिला ने सबूत इकट्ठा करने के लिए कपड़े से खून साफ करने की अनुमति मांगी थी। वीडियो में नजर आ रहा है कि गर्भवती महिला को बेड के हर तरफ सफाई करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही एक नर्स उसे यह सुनिश्चित करने का निर्देश दे रही है कि पूरी सतह साफ हो। वह एक हाथ में खून से सना कपड़ा पकड़े हुए थी और दूसरे हाथ से टिश्यू से बेड साफ कर रही है।
NDTV के अनुसार, पहले तो अस्पताल के डॉक्टर ने कहा कि पत्नी ने अपनी मर्जी से साक्ष्य जुटाने के लिए ऐसा किया। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर समेत पूरे स्टॉफ को नोटिस जारी किया है।
आदिवासी बहुल डिंडोरी जिले के लालपुर गांव में लंबे समय से चल रहे जमीन विवाद के बीच गुरुवार को चार लोगों एक पिता और उसके तीन बेटों को गोली मार दी गई। जमीन विवाद को लेकर 65 वर्षीय के बुजुर्ग और उसके दो बेटों की हत्या कर दी गई, जबकि तीसरा बेटा अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। गुरुवार को डिंडोरी जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर लालपुर गांव में यह नृशंस हत्या की खबर मिली।
घटना से गांव में तनाव फैल गया है, जिसको देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। मृतकों की पहचान धरम सिंह (65), रघुराज सिंह (35) और शिवराज सिंह (30) के रूप में हुई है। वहीं तीसरा बेटा (धरम सिंह) बेहोशी की हालत में मिला, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इलाज के दौरान शिवराज सिंह की मौत हो गई। इसके बाद उसकी गर्भवती पत्नी को कथित तौर पर अस्पताल का बेड साफ करने के लिए मजबूर किया गया। अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि स्टाफ वहां मौजूद था और महिला को बेड साफ करने के लिए नहीं कहा गया था।
पुलिस ने कहा कि तीनों शवों पर एक जैसे चोट के निशान थे। ऐसा लग रहा था कि उन पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया था। पहली नजर में यह मामला जमीन विवाद का लग रहा है। पुलिस ने कहा कि शुक्रवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि चार अन्य अभी भी फरार हैं।