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बिजनौर में खेत से काम करके लौट रहे होमगार्ड के परिवार पर अचानक दो गुलदारों ने हमला कर दिया। एक ने होमगार्ड को गरदन से पकड़ कर जबड़े में भर लिया और उसे खींच कर ले जाने लगा। अपने पति के प्राणों को संकट में देखकर उसकी पत्नी ने गुलदार पर हमला कर दिया।
काफी देर संघर्ष के बाद महिला और उसके बेटे ने गुलदार को मार डाला और अपने पति की जान बचा ली। होमगार्ड की हालत गंभीर है और उसे हायर सेंटर में रेफर कर दिया गया है।
थाना कोतवाली देहात के गांव अमाननगर निवासी 40 वर्षीय सुरेंद्र सिंह होमगार्ड में तैनात है और वर्तमान में किरतपुर थाने में तैनात है। शुक्रवार की रात करीब 8:00 बजे सुरेंद्र सिंह अपनी पत्नी सीमा देवी और 15 वर्षीय बेटे के साथ खेत से काम करके वापस लौट रहा था। गांव से कुछ पहले ही एक पेड़ पर चढ़े बैठे गुलदार के जोड़े ने अचानक पेड़ से कूद कर उसे पर हमला कर दिया।
एक गुलदार ने बेटे पर हमला किया जबकि दूसरे गुलदार ने सुरेंद्र सिंह की गर्दन को जबड़े में दबोच लिया और खेत के अंदर खींच कर ले जाने लगा। अचानक हुए हमले से हड़कंप बच गया। उधर पत्नी सीमा ने हाथ में पकड़े हुए फावड़े से सुरेंद्र सिंह को खींचकर ले जा रहे गुलदार की गर्दन पर ताबड़तोड़ वार किया। फावड़े के गहरे घाव से गुलदार ने सुरेंद्र सिंह को छोड़ दिया और कुछ देर बाद मौके पर ही ढेर हो गया।
उधर, भूरे ने भी दूसरे गुलदार का सामना किया और गुलदार मौके से भाग गया। शोर सुनकर ग्रामीण भी मौके पर आ गए और सुरेंद्र सिंह को नजीबाबाद में एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से उपचार के बाद सुरेंद्र सिंह को मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया।
सुरेंद्र सिंह की गर्दन पर गहरे घाव होने की वजह से उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। मामले की जानकारी मिलते ही जिला अध्यक्ष भी वहां पहुंचे और उन्होंने वन विभाग के अधिकारी को भी मौके पर बुलाया।
डीएफओ ज्ञान सिंह ने कहा कि मामला मानव-वन्यजीव संघर्ष का है। किसान के परिवार की मदद कराई जाएगी। जांच के बाद उच्च अधिकारियों को इस संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत कीजाएगी। उनके निर्देश पर आगे कार्यवाही होगी।