भिकियासैंण से वरिष्ठ सहयोगी की रिर्पोट|पौड़ी सीमा के नजदीक इकुखेत बाजार व बंजाडेरा गांव के कुल दो सौ लोग मात्र एक हैण्ड पम्प के सहारे पानी की प्यास बुझाने को मजबूर हैं |यहां दिन रात पानी भरने वालें की लाइन लगी रहती है वहीं शादी समारोह के लिये दो दिन पहले से पानी की जुगत में ग्रामीण जुट जाते है|कभी कभी पानी के लिए लोगों को सारी रात जागना पड़ता हैं वहीं विवाह जैसे आयोजनों में रिश्तेदार और मेहमान भी पानी की व्यवस्था करने को मजबूर हैं।
गौरतलब है कि स्याल्दे के तहसील के दूरस्थ इकूखेत में भी नौले धारे सूख चुके हैं इकूखेत बाजार व ग्राम पंचायत खडकुभनरिया के तोक बंजाडेरा के लोग पीने के पानी के लिये इकुखेत बाजार में लगे हेंडपंप पर निर्भर हैं| बंजाडेरा के लगभग पंद्रह परिवार एक किलोमीटर दूर चढ़ाई में सिर में रखकर पानी हैण्डपंप से ढोने को मजबूर हैं| यहां शादी समारेह के लिये 2 दिन पहले से गांव की महिलाये पानी एकत्रित करती है।ग्रामीणों का कहना है नजदीक में कही भी पानी का स्रोत नही है। एक मात्र मंगरुखाल पम्पिंग योजना से पेयजल की आपूर्ति हो सकती हैं सामाजिक कार्यकर्ता सुनील कुमार,ग्राम प्रधान बालमसिंह,निशा रावत आदि का कहना हैं कि कई बार जलसंथान व जलनिगम के अधिकारियों को पेयजल समस्या से अवगत करा चुके हैं|लेकिन कोई समाधान नही हुआ|
यहां पानी के लिए रतजगा कर रहे हैं लोग,250 लोगों की प्यास बुझाने के लिए केवल एक हेंडपंप, विवाह जैसे आयोजनों में मेहमान भी पानी की व्यवस्था करने को मजबूर पढ़े पूरी खबर
भिकियासैंण से वरिष्ठ सहयोगी की रिर्पोट|पौड़ी सीमा के नजदीक इकुखेत बाजार व बंजाडेरा गांव के कुल दो सौ लोग मात्र एक हैण्ड पम्प के सहारे…