मुरादाबाद के बिलारी इलाके के निवासी साबिर ने बताया कि उनका बेटा सोनू काफी टाइम से घर से बाहर निकला हुआ है और घर नहीं आया है और उसका मोबाइल नंबर भी बंद है।पुलिस ने तुरंत इसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी और सोनू की तलाश शुरू कर दी। 2 दिन बाद रामपुर जिले के सैफनी थाना क्षेत्र में एक खेत में बिना सिर के एक शव मिलने की खबर आई। पुलिस ने सोनू के परिजनों को शव के पहचान के लिए बुलाया। परिजनों ने बिना सिर के शवको सोनू के रूप में पहचाना।गुमशुदगी से हत्या का खुलासापुलिस ने इस मामले में जब गहराई से जांच की और सोनू के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स निकाले तो पता चला कि सोनू की आखिरी बातचीत मेहनाज नाम की एक लड़की से हुई है। पुलिस ने जब मेहनाज से पूछा तो उसने शुरुआत में सोनू से किसी भी बातचीत से इनकार किया लेकिन जब उसे कड़ी पूछताछ की गई तो मेहनाज ने पूरी कहानी खोलकर बता दी और हत्या की साजिश का खुलासा भी किया।मोबाइल कॉल डिटेल्स से पहुंचे आरोपियों तकमेहनाज ने बताया कि कॉलेज जाते समय उसकी जान पहचान सोनू से हुई थी। सोनू ने उसके कई सारे आपत्तिजनक फोटो कैमरे में कैद कर लिए थे और वह बार-बार उसे ब्लैकमेल करता था। जब यह परेशानी बढ़ने लगी तो मेहनाज ने अपने भाई सद्दाम को यह बात बताई। सद्दाम ने अपने दोस्त के साथ मिलकर सोनू को सबक सिखाने के लिए प्लान बनाया और उसे मिलने के लिए बुलाया।सद्दाम और उसके दोस्त ने साजिश के तहत सोनू को सैफनी रोड पर बुलाया। जब सोनू वहां पहुंचा, तो मेहनाज उसे बातें करते-करते गन्ने के खेत में ले गई, जहां सद्दाम और उसके दोस्त ने पीछे से आकर सोनू को जमीन पर गिरा दिया। उन्होंने उसे रस्सी से बांधकर चाकू से उसका गला काट दिया। इसके बाद, उन्होंने सोनू के कपड़े, चप्पल और सिर को थैली में डालकर सैफनी कस्बे के ट्रेंचिंग ग्राउंड में ले जाकर फेंक दिया। फिर उन्होंने सबूत मिटाने के लिए पेट्रोल से सारा सामान जला दिया और मौके से फरार हो गए।