नोएडा में 13 वर्षीय बच्चा गिरा पुल से, पानी में डूबने से हुई मौत, परिजनों में मची चीख पुकार
नोएडा के सेक्टर 54 स्थित वेटलैंड में पुल से गिरकर गहरे पानी में एक बच्चे की मौत हो गई है। सूचना मिलने पर पुलिस ने पहुंच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बताया जा रहा है कि सेक्टर 22 स्थित चौड़ा गांव का 13 वर्षीय अंकुश अपने दोस्तों के साथ दोपहर में घूमने के लिए सेक्टर 54 स्थित वेटलैंड पार्क में आया था। यहां पुल से नीचे गहरे पानी में गिरने के कारण उसकी डूब कर मौत हो गई। स्थानीय निवासियों की मदद से बच्चे को इलाज के लिए सेक्टर 39 जिला अस्पताल में भेजा गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है कि बच्चों के पिता दिहाड़ी कामगार है। बच्चे की मौत के बाद पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है। पुलिस मामले की जांच भी कर रही है। वहीं कुछ लोग बच्चे की हत्या का आरोप भी लगा रहे हैं। परिवारजनों ने कोतवाली में इस बारे में शिकायत भी दी है। पुलिस घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है।
प्यावली गंग नहर पुल हुआ जर्जर
दादरी तहसील क्षेत्र के प्यावली रसूलपुर मार्ग पर स्थित गंग नहर का पुल जर्जर होने के कारण वाहन चालक जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि पुल पर गहरे गड्ढे भी हो गए हैं। नहर का पानी पुल को नीचे से छूते हुए बह रहा है जिससे पुल लगातार कमजोर हो रहा है। पुल से वाहनों के गुजरने से गड्ढे और गहरी भी हो रहे हैं। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
बताया जा रहा है कि यह पुल अंग्रेजों के जमाने का है जो काफी पुराना हो चुका है। सिंचाई विभाग में शिकायत करने के बाद भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है और ना ही यहां पर प्रवेश निषेध का बोर्ड लगाया जा रहा है।
पुल से गुजरती हैं स्कूली बसें
भाजपा शिक्षण संस्थान प्रकोष्ठ गौतमबुद्धनगर जिला संयोजक धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि यह पुल हापुड़ धौलाना से दादरी आने का संपर्क मार्ग है, जिस कारण से पुल से रोजाना हजारों की संख्या में छोटे बड़े वाहनों का आवागमन होता है। कई इंटर कॉलेज व अन्य कॉलेज होने के कारण पुल से स्कूल की बसें गुजरती हैं जिससे पुल पर और गड्ढे गहरे हो गए हैं।
रसूलपुर के सतवीर गहलोत और प्यावली गांव के कमल प्रधान ने बताया कि एक तरह से पुल धीरे-धीरे धंसता जा रहा है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। पुल पर आवागमन बंद करने पुल का निर्माण करना बेहद जरूरी है। हालांकि लोगों की मांग पर सिंचाई विभाग ने पुल को क्षतिग्रस्त मानकर भारी वाहनों का आवागमन बंद करने का बोर्ड तो लगा दिया है, लेकिन नवनिर्माण के लिए कोई कार्रवाई शुरू नहीं की। बोर्ड लगने से वाहनों का अवागमन बंद तो नहीं होगा।