राजस्थान के धौलपुर के बोथपुरा गांव की चार लड़कियां पार्वती नदी में एक साथ डूब कर मर गई। बताया जा रहा है कि चारों नदी में स्नान करने के लिए गई थी गहरे पानी में जाने से पहले उन्होंने जान बचाने के लिए काफी कोशिश की और मदद के लिए भी लोगों को पुकारा लेकिन घाट पर मौजूद लोगों ने उनकी आवाज नहीं सुनी।घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोग बेहद दुखी हैं और हर किसी की आंखों में पानी है। एसडीआरएफ टीम में लगातार खोजबीन की और दूसरे दिन सभी के शवों को बरामद कर लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।बोथपुरा गांव की चार लड़कियां, अंजली (19), तनु (15), मोहिनी (18) और प्रिया (16), रविवार को ऋषि पंचमी के अवसर पर गांव की अन्य महिलाओं के साथ पार्वती नदी में स्नान करने गई थीं। इसके बाद नदी का जल स्तर अचानक बढ़ने लगा और लड़कियों को इस बात का अंदाजा नहीं लगा। इसके बाद वह गहरे पानी में समा गई। डूबते हुए उन्होंने लोगों को पुकारा लेकिन घाट पर मौजूद लोग उनकी आवाज नहीं सुन पाए।इस जानकारी के मिलने के बाद पूरे गांव में शोक का माहौल है। लोग तुरंत नदी के ओर दौड़े और लड़कियों की तलाश भी शुरू की। एसडीआरएफ की टीम को भी बुलाया गया लेकिन रात को कोई सफलता नहीं मिली जिसके बाद दूसरे दिन सुबह चारों लड़कियों के शव बरामद हुए। अंजलि और तनु सगी बहनें थी और सभी लड़कियां पढ़ाई में भी होनहार थी।पढ़ाई में होनहार बालिकाएं गांववालों ने बताया कि चारों लड़कियां पढ़ाई में बहुत अच्छी थीं। तनु, 9वीं कक्षा में पढ़ती थी, जबकि उसकी बड़ी बहन अंजली ने हाल ही में 12वीं कक्षा पास की थी। मोहिनी भी 12वीं की छात्रा थी, और प्रिया 10वीं में पढ़ रही थी। इस घटना से गांव में मातम पसरा हुआ है।सहयोग की बात यह है कि अपने मरने से 18 दिन पहले चारों ने एक साथ पार्वती नदी के किनारे सेल्फी भी ली थी उन्हें यह नहीं पता था कि जिस स्थान पर वह खुशियां बिता रही हैं वही उनके जिंदगी का इतना बड़ा हादसा हो जाएगा।