लोहाघाट में एक गैस एजेंसी में चौकीदारी कर रहे टीकम सिंह के नाम से पंजीकृत फर्म के जरिए करोड़ों का व्यापार होने का मामला सामने आया है। 9 अगस्त को राज्य कर विभाग की टीम जब लोहाघाट के चांदमारी स्थित टीकम सिंह के पते पर पंजीकृत इस फर्म का भौतिक सत्यापन करने पहुंची, तो सभी हैरान रह गए। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक, इस फर्म ने केरल से करोड़ों रुपए के कपड़े खरीदकर उन्हें दिल्ली में बेचा है। लेकिन चौकीदार टीकम सिंह का कहना है कि उसे इस फर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं है, जबकि कंपनी के सभी दस्तावेज उसके नाम पर हैं।खास बात यह है कि इस फर्म ने जुलाई 2023 से पहले कोई लेनदेन नहीं किया था। लेकिन जुलाई के बाद से करीब 20 करोड़ रुपए के लेनदेन का मामला सामने आने पर अधिकारी भी चौंक गए। इसी को लेकर अपर आयुक्त रुद्रपुर जोनल के निर्देश पर सहायक आयुक्त अखिलेश कुमार के नेतृत्व में राज्य कर की टीम लोहाघाट पहुंची और पूरे मामले की जांच की। जांच में पता चला कि टीकम सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के निवासी हैं और पिछले 18 सालों से लोहाघाट में गैस एजेंसी में चौकीदारी का काम कर रहे हैं।सहायक आयुक्त अखिलेश कुमार ने बताया कि इस फर्म के सभी लेनदेन पर रोक लगा दी गई है। भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को सौंपी जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जांच में यह भी सामने आया है कि केरल से करीब 20 करोड़ रुपए के कपड़ों की खरीदारी की गई थी, जिसका भुगतान दिल्ली में टीकम सिंह के नाम से खुले बैंक खाते से हुआ था। लेकिन टैक्स का भुगतान नहीं किया गया था। जब राज्य कर विभाग की टीम ने टीकम सिंह से तीन करोड़ 72 लाख रुपए के टैक्स की बात कही, तो वह दंग रह गए।टीकम सिंह ने बताया कि उनके खाते से इतनी बड़ी धनराशि का कोई लेनदेन नहीं हुआ है और उनके पास तो रहने के लिए अपना घर तक नहीं है। उन्होंने अपनी बैंक खाते की सारी जानकारी राज्य कर विभाग की टीम को दे दी है, जो अब मामले की गहराई से जांच कर रही है।