उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल ने सीबीआई नारकोटिक्स के अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट वाले एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया है और उसके तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों की पहचान श्याम, हर्षल और पुनीत शर्मा के रूप में हुई है। यह सभी दिल्ली के रहने वाले हैं तीनों को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया।48 लाख रुपये की ठगी का मामलाबताया जा रहा है कि डॉक्टर अशोक सोलंकी नाम के एक व्यक्ति ने 48 लाख रुपए की ठगी का मामला दर्ज कराया था और इस मामले में गिरोह का भंडाफोड़ किया गया। बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों का कहना है कि गिरोह के एक सदस्य द्वारा टेलीग्राम के जरिए उन्हें अधिकारी बनकर लोगों के खातों का नंबर, पासवर्ड और एटीएम कार्ड की सूचना हासिल करने का प्रशिक्षण दिया गया।धोखाधड़ी से लाखों रुपये कमाएयह भी माना जा रहा है कि इस गिरोह ने विभिन्न क्षेत्र में खासकर नोएडा, जयपुर, दिल्ली और केरल में धोखाधड़ी करके लाखों करोड़ों रुपए कमाए हैं। एसटीएफ ने इनके पास से मोबाइल फोन, डेबिट व क्रेडिट कार्ड, प्रमुख डिजिटल साक्ष्य बरामद किए। डिजिटल अरेस्ट में ठग खुद को कानून प्रवर्तन एजेंसियों का अधिकारी बताते हैं और मानसिक रूप से दहशत का माहौल बनाकर अपने लक्ष्यों से पैसे ऐंठते हैं।