उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में बरसात के दौरान तीन मंजिला जर्जर मकान अचानक धराशाई हो गया। इस दौरान मलबे में एक ही परिवार के करीब 10 लोगों दब गए, जिसमें 3 लोगों को निकाल लिया गया है।मकान धराशाई होने के बाद स्थानीय लोग तत्काल मौके पर पहुंचे, और लोगों ने मकान की मलबे में फंसे हुए लोगों को बाहर निकलना शुरू कर दिया। मौके पर राहत और बचाव कार्य करने के साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को भी दी गई।सूचना मिलने के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और मलबे में दबे हुए लोगों को निकालने का काम शुरू हो चुका है। बताया जा रहा है कि मकान के मलबे से तीन लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है जबकि सात लोग अभी भी मलबे में ही दबे हुए है।यह मामला मेरठ जनपद के लोहिया नगर थाना क्षेत्र के जाकिर कॉलोनी की है। बताया जा रहा है जाकिर कॉलोनी में 90 साल की नफो नामक एक महिला का 35 साल पुराना एक तीन मंजिला मकान था। मकान में नफो देवी के साथ ही उनके बेटे बच्चे अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते हैं।कहा जा रहा है कि नफो देवी के बेटे साजिद और गोविंदा डेयरी का काम करते हैं। शनिवार को शाम 6 बजे नफो देवी के परिवार के लोग मकान में मौजूद थे इसी दौरान मकान अचानक धराशाई हो गया। मकान धराशाई होने के चलते मकान में मौजूद लोग दब गए।यह भी कहा जा रहा है कि मकान के ग्राउंड फ्लोर पर भैंस बंधी थीं। इस हादसे में कुछ भैंस भी मकान के नीचे दब गई हैं। जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है वह स्थान पर घनी आबादी है ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन में थोड़ी परेशानी हो रही है।स्थानीय लोगों का कहना है कि मकान काफी जर्जर था और पुराना हो चुका था। परिवार के लोगों द्वारा उसकी मरम्मत समय-समय पर नहीं कराई गई जिसके चलते बरसात के दौरान शनिवार को यह हादसा हो गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी विपिन ताडा भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।घटना के बारे में जानकारी देते हुए मेरठ कमिश्नर सेल्वा कुमारी ने बताया कि ज़ाकिर कॉलोनी में एक इमारत गिर गई है। इसके नीचे 8-10 लोग फंसे हुए हैं। बचाव अभियान जारी है। पुलिस और फायर ब्रिगेड द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ को सूचित कर दिया गया है।