रामनगर में आज बुधवार को एक भीषण अग्निकाण्ड हो गया। इस दौरान तीन मंजिला घर में लगी आग के बीच में एक तीन साल का बच्चा फंस गया। जब बच्चे के फंसे होने सूचना लोगों को मिली तो सभी की सांसे अटक गई। तभी वहीं के रहने वाले सुशील कुमार ने हिम्मत दिखाते हुए अपने सहयोगी के साथ मिलकर बच्चे को बाहर निकाला, जिसके बाद बच्चे को अस्तपाल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि धुएं के कारण बच्चा बेहोश हो गया था।जानकारी के मुताबिक विनोद अपने परिवार के साथ भवानीगंज क्षेत्र में किराए के मकान में रहते हैं। दंपति बुधवार सुबह को मजदूरी करने गए थे। वहीं उनके दो अन्य बच्चे भी स्कूल गए थे। घर में तीन साल का मासूम मंयक अकेला था। इसी बीच घर में सुबह अचानक से आग लग गई। तीन मंजिला मकान होने के कारण मासूम की आवाज सड़क तक भी नहीं आ पाई। इसी बीच वहां से गुजर रहे स्थानीय निवासी सुशील कुमार की नजर मकान की तरफ पड़ी तो देखा कि अंदर से धुंआ निकल रहा था। उन्होंने आसपास के लोगों को घर में आग लगने की जानकारी दी, लेकिन जब लोगों को पता चला कि इस घर में एक छोटा बच्चा भी बंद है, तो लोग घबरा गए। आग की लपटों को देखकर किसी की भी अंदर जाने की हिम्मत नहीं हुई। इसी बीच सुशील कुमार अपने एक अन्य सहयोगी को लेकर मकान में पहुंचे और उन्होंने कमरे का दरवाजा तोड़कर तुरंत तीन साल के मयंक को आग की लपटों से बाहर निकाला। बच्चा धुएं के कारण घुटन से बेहोश हो चुका था, जिसके चलते उसे तत्काल निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। हादसे की जानकारी मिलते ही परिजनों भी मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना पर पहुंची दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। वहीं सुशील कुमार की सूझबूझ और हिम्मत से आज एक बड़ा हादसा टल गया। हर कोई उनकी हिम्मत की सराहना कर रहा है।