पुलिस कांस्टेबल भर्ती में शामिल होने के लिए लोग जगह-जगह से आ रहे हैं। ऐसे में सादाबाद हाथरस के विवेक उर्फ विमल कुमार ने भी इस परीक्षा में आने के लिए पूरी तैयारी की थी। मगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को वह चकमा नहीं दे पाया।शाहगंज के साकेत विद्यापीठ इंटर कॉलेज क्षेत्र में पहली पाली में परीक्षा देने विवेक आया था। परीक्षा कक्षा में टैब से उसका फोटो लेकर आई की मदद से मिलान किया गया तो चेहरे का मिलन होते ही उसके दोबारा नाम से हाई स्कूल 12वीं का आधार कार्ड का राज खुल गया । वह वर्ष 2018 में हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में विवेक के नाम से शामिल हुआ था।बायोमेट्रिक और रेटिना एक मिलेगांव विधिपुरा सादाबाद के विवेक पुत्र विजय सिंह को पुलिस ने पहली पाली की परीक्षा के बाद पकड़ा। विवेक की बायोमेट्रिक और आंखों के रेटिना से वह पकड़ा गया। विवेक को विमल के बायोमेट्रिक और रेटिना एक ही थे।विवेक ने पुलिस को बताया कि उसके वास्तविक जन्म तिथि 5 जुलाई 1995 है। वर्ष 2011 में बिसावर सादाबाद से उसने एचपी इंटर कॉलेज से हाई स्कूल और वर्ष 2014 में रोशनलाल इंटर कॉलेज से बारहवीं की थी।2018 की भर्ती में हो गया था फेलवर्ष 2018 में बॉर्डर पुलिस भर्ती परीक्षा में असफल होने पर उसकी उम्र अधिक हो गई थी और उसे दोबारा शामिल होने के लिए उसने विमल कुमार पुत्र भूरी सिंह के नाम से 2018 में राया मथुरा के जेबीआईसी इंटर कॉलेज से दोबारा हाईस्कूल और इंटर किया, जिसमें अपनी आयु पांच दिसंबर 2001 दर्शाई। आधार कार्ड भी इसी नाम से बनवाया था।पकड़े जाने के डर से परीक्षा देने नहीं आए अभ्यर्थीशहर के 27 केंद्रों पर पुलिस भर्ती करवाई जा रही है जिसमें 8332 अभ्यर्थी शामिल नहीं हुए बताया जा रहा है कि पुलिस के हाईटेक त्रिस्तरीय सुरक्षा चक्रव्यूह को नहीं भेद पाने और पकड़े जाने के डर से परीक्षा देने नहीं आए।मंगलसूत्र, कंगन, कुंडल उतरवाएइस बार परीक्षा केदो पर चेकिंग के दौरान महिलाओं के मंगलसूत्र, कंगन, कुंडल युवकों के जूते मुंह पर सब करवाए जा रहे हैं। परीक्षा केंद्र पर 840 सीसीटीवी कैमरे भी लगाया गया है और कंट्रोल रूम से केंद्र और कक्षा में परीक्षा देते हुए लोगों पर नजर रखी जा रही है।डीसीपी मुख्यालय सैयद अली अब्बास ने बताया पहली पाली में 11,760 की जगह 7,450 ने परीक्षा दी और 4310 ने छोड़ दी, जबकि दूसरी पाली में 7,748 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी,4012 अनुपस्थित रहे। कुल 15,198 ने अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।