पत्नी की मौत के बाद पति ने भी कर ली आत्महत्या, करवाचौथ को लेकर हुई थी बहस
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में पत्नी की आत्महत्या के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस के एक कांस्टेबल ने भी आत्महत्या कर ली। दंपत्ति की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।वहीं मामले में पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार कि सुबह करीब 11 बजे औरैया के मोहल्ला बनारसीदास स्थित एक घर में विवाहिता को पंखे से लटका देख ससुराल वाले उसे जिला अस्पताल ले गए। अस्पताल पहुंचते ही उसकी मौत हो गई।
मायके और ससुराल वालों के आरोप-प्रत्यारोप के बीच दोपहर करीब ढाई बजे रायबरेली में तैनात महिला के कांस्टेबल पति का शव भी फंदे से लटका मिला। तीन घंटे के अंतराल में दंपत्ति की मौत से हर कोई आहत है। मायके पक्ष और ससुराल वालों के आरोपों से दंपत्ति के बीच कलह की बात सामने आ रही है।
मोहल्ला बनारसीदास निवासी संतोषी (26) शुक्रवार सुबह ससुराल में घर पर थी। इसी बीच करीब साढ़े 11 बजे घर में चीख पुकार मची तो पड़ोसी भी पहुंच गए, परिजनों ने कमरे में फंदे से लटक रही संतोषी को किसी तरह नीचे उतारा। उसकी सांस चलती देख मोहल्ले के लोगों की मदद से ससुरालीजन संतोषी को जिला अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टर ने संतोषी को मृत घोषित कर दिया। उधर, सूचना मिलने पर इटावा जिले के अजीत नगर से संतोषी के मायके पक्ष के लोग पहुंच गए।
संतोषी के चाचा मनोज कुमार ने बताया कि संतोषी की शादी नवंबर 2023 में बनारसीदास निवासी उपेंद्र कुमार से हुई थी। वर्तमान में उपेंद्र कुमार रायबरेली के ऊंचाहार क्षेत्र में कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं। संतोषी के चाचा व मायके पक्ष के अन्य लोगों ने बताया कि शादी के कुछ माह बाद से ही पति उपेंद्र व अन्य ससुरालीजन किसी न किसी बात को लेकर संतोषी को आए दिन परेशान करते थे।
इसको लेकर कई बार समझौता भी हुआ था। उपेंद्र कुमार हर बार पुलिस में होने की धमकी देता था। आरोप है कि ससुरालीजन संतोषी की हत्या कर अस्पताल ले आए और भाग गए। इसी बीच दोपहर करीब ढाई बजे रायबरेली से सूचना आई कि उपेंद्र का शव कमरे में लटकता मिला है। उपेंद्र के बड़े भाई सत्येंद्र ने बताया कि किसी ने नहीं सोचा था कि मामूली बात पर हुआ झगड़ा दोनों की जान ले लेगा।
काफी प्रयास के बाद भी दोनों के बीच तालमेल नहीं बैठा और उन्होंने ऐसा कदम उठा लिया। करवाचौथ पर रायबरेली जाने को तैयार थी संतोषी करवाचौथ पर अपने सिपाही पति उपेंद्र के साथ रायबरेली जाने को तैयार थी। त्योहार पर उपेंद्र को छुट्टी नहीं मिली तो दोनों के बीच विवाद हो गया और कुछ ही पलों में यह दोनों की मौत का कारण बन गया। बनारसीदास मोहल्ला निवासी संतोषी के फांसी लगाकर आत्महत्या करने के बाद उसके पति उपेंद्र का शव ऊंचाहार, रायबरेली में फंदे से लटकता मिलने की घटना दिल दहलाने वाली रही।
घटना के संबंध में उपेंद्र के बड़े भाई सत्येंद्र ने बताया कि वह अछल्दा में शिक्षक के पद पर तैनात हैं। वह परिवार में सबसे बड़े हैं। ढाई माह तक पत्नी को साथ रखने के बाद छोटा भाई उपेंद्र एक माह पहले बनारसीदास छोड़ने आया था। ड्यूटी पर लौटते समय दंपती में विवाद हो गया। मायके पक्ष के लोग भी आ गए। किसी तरह दोनों पक्षों को बैठाकर दंपती के बीच विवाद सुलझाया गया। करवा चौथ पर उपेंद्र के छुट्टी पर आने और संतोषी के रायबरेली जाने को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया।
घटना के संबंध में उपेंद्र के बड़े भाई सत्येंद्र ने बताया कि वह अछल्दा में शिक्षक के पद पर तैनात हैं। वह परिवार में सबसे बड़े हैं। ढाई माह तक पत्नी को साथ रखने के बाद छोटा भाई उपेंद्र एक माह पहले बनारसीदास छोड़ने आया था। ड्यूटी पर लौटते समय दंपती में विवाद हो गया। मायके पक्ष के लोग भी आ गए। किसी तरह दोनों पक्षों को बैठाकर दंपती के बीच विवाद सुलझाया गया। करवा चौथ पर उपेंद्र के छुट्टी पर आने और संतोषी के रायबरेली जाने को लेकर एक बार फिर विवाद शुरू हो गया।
घर के अन्य लोग भी उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे थे। उपेंद्र ने कहा कि छुट्टी मिलना असंभव है। छोटी सी बात ने दोनों के बीच ऐसी दरार पैदा कर दी कि संतोषी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सत्येंद्र ने बताया कि उसने अपने भाई उपेंद्र को फोन पर पत्नी की मौत की सूचना दी थी। शायद वह इसका सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने भी रायबरेली स्थित अपने किराए के कमरे में आत्महत्या कर ली।