हर जरूरी खबर

Custom Ad Block Detection
For the best experience, open
https://m.uttranews.com
on your mobile browser.
Advertisement
उत्तराखंड में मंकी पॉक्स को लेकर जारी किया गया अलर्ट  जाने कैसे फैलता है यह वाइरस और कैसे होगा बचाव

उत्तराखंड में मंकी पॉक्स को लेकर जारी किया गया अलर्ट, जाने कैसे फैलता है यह वाइरस और कैसे होगा बचाव

01:17 PM Aug 29, 2024 IST | उत्तरा न्यूज टीम
Advertisement

विभिन्न जगहों पर मंकी पाक्स के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अलर्ट जारी किया है। ऐसे में सभी प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग में सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिशा निर्देश भी जारी किए हैं जिसमें इस बीमारी के रोकथाम के लिए हिदायत दी गई है। कोई भी संदिग्ध मरीज मिलने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए कहा गया है। साथ ही प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। हालांकि अभी तक प्रदेश में मंकीपाक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है।

Advertisement

Advertisement
Advertisement

स्वास्थ्य महानिदेशक का कहना है कि सभी मरीजों पर गहन निगरानी की जा रही है और संदिग्धों की पहचान होने पर नमूना भी इकट्ठा किया जायेगा और उसे सुरक्षित तरीके से लैब भेजा जायेगा।

Advertisement

मंकीपाक्स के संदिग्ध मरीज मिलने पर इसकी सूचना जिला सर्विलांस इकाई को दी जाए। जो ऐसा कोई भी मरीज मिलने पर उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट करेगी।

Advertisement

छींकने और खांसने से फैलता है वायरस

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। स्वास्थ्य महानिदेशक का कहना है कि यह बीमारी जानवरों से मनुष्यों में फैलती है और इसके लक्षण चेचक जैसे हैं।इसके लक्षणों में बुखार, सर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, थकान महसूस होना, लिंफ नोड में सूजन और शरीर पर चकते, जो तीन सप्ताह तक रह सकते हैं।

संक्रमित मरीज के खांसने और छींकने से यह वायरस फैल रहा है। संक्रमित व्यक्ति के कपड़े से भी यह वाइरस दूसरे में चला जाता है जिनके अंदर इम्यूनिटी की कमी है उनमें भी यह वायरस तेजी से फैल रहा है।

ऐसे फैलता है संक्रमण

मरीज के घाव से निकलकर यह वायरस आंख, नाक और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है।

इसके अलावा बंदर, चूहे, गिलहरी जैसे जानवरों के काटने से या उनके खून और बाडी फ्लूइड्स को छूने से भी मंकीपाक्स फैल सकता है।

ठीक से मांस पका कर न खाने या संक्रमित जानवर का मांस खाने से भी आप इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।

Advertisement
×