उत्तराखंड में बारिश की वजह से कई दर्दनाक घटनाएं सामने आ रही हैं। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली में रविवार को फिर से भारी भूस्खलन हुआ। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार का कहना है कि इससे कुछ देर के लिए मंदाकिनी नदी का जल प्रवाह भी रुक गया। जिससे मंदाकिनी नदी एक झील बन गई।हालांकि राहत की बात यह है कि बाद में झील से पानी का बहाव होने लगा। रुद्रप्रयाग जिले में आपदा प्रबंधन अधिकारी का कहना है कि गौरीकुंड से कुछ मीटर आगे भीमबली हेलीपैड के सामने नदी के दूसरी ओर पहाड़ से यह भूस्खलन दोपहर में हुआ। इससे मंदाकिनी नदी का बहाव कुछ देर के लिए रुक गया। इससे नदी में झील बन गई। हालांकि, बाद में झील से पानी का बहाव होने लगा है।प्रशासन का कहना है लेकिन अब कोई खतरा नहीं है लेकिन जिला आपदा प्रबंधन की केंद्र से सभी को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। गौरीकुंड से रुद्रप्रयाग तक अलर्ट जारी कर दिया गया है। यही नहीं लोगों से अपील की जा रही है कोई भी शख्स नदी की तरफ ना जाए। नदी के किनारे रह रहे लोगों को भी सावधान रहने की अपील की जा रही है।वही उत्तराखंड में रविवार को दो अलग-अलग घटनाओं में एक बच्चे समेत दो लोग उफनती नदियों में बह गए।दोपहर 1:00 बजे लगभग नैनीताल जिले के हल्द्वानी राजपुरा क्षेत्र में एक बच्चा गौला नदी में बह गया। बताया जा रहा है की सूचना मिलने पर वहां पुलिस पहुंची और आपदा प्रबंधन टीम ने भी तलाशी अभियान चलाया जिसके बाद आंवलगेट के समीप अमरजीत (10) का शव बरामद हुआ।एक अन्य घटना में, ऋषिकेश में लकड़घाट श्यामपुर में गंगा नदी में एक व्यक्ति बह गया। राज्य आपदा प्रतिवादन बल ने बताया कि नदी में तीन मित्र नहाने गए थे, इसी दौरान उनमें से एक नदी के तेज बहाव में बह गया। मृतक की पहचान देवेंद्र कुमार जगपाल (40) के रूप में हुई है।