बांग्लादेश छोड़ने और प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफे के बाद शेख हसीना सोमवार दोपहर बाद अपनी जान बचाकर भारत पहुंची। जहां से उन्हें अमेरिका या फिर ब्रिटेन जाना था। लेकिन दोनों देशों से उन्हें शरण नहीं मिल पा रही है। जिस पर शेख हसीना को सोमवार मंगलवार की रात तो भारत में बितानी ही पड़ी।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ने शेख हसीना को शरण देने से मना कर दिया है। अमेरिका ने तो बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों पर अत्याचार और हत्याओं के लिए जवाबदेही तय करने का आह्वान भी किया है। वहीं पूर्व पीएम हसीना ब्रिटेन जाने की योजना बना रही थीं, लेकिन अब वहां से भी उन्हें कोई जवाब नहीं मिल रहा है। ब्रिटेन ने भी संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाली जांच की मांग की है, उन्हें शरण या अस्थायी शरण देने को तैयार नहीं है।अमेरिका और ब्रिटेन में मौजूदा समय में शरण देने से इनकार पर खबर है कि बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना फिनलैंड या फिर सऊदी अरब ,दुबई, कतर जानें पर विचार कर रही हैं।पूर्व पीएम हसीना को इन प्रमुख देशों में किसी भी देश में शरण की इजाजत मिलने पर वे यहां जा सकती है। हालांकि बंगलादेश से आने के बाद पहली प्राथमिकता उनकी ब्रिटेन या फिर अमेरिका जाने की थी। क्योंकि शेख हसीना की बहन रेहान यहां ही रहती हैं। इसलिए हसीना अपनी बहन रेहाना जो उनके साथ भारत आई है। उनके साथ ब्रिटेन जाकर लंदन रहना चाहती थी।हसीना अमेरिका इसलिए जाना चाहती थी। यहां उनका बेटा सजीब वाजेद जॉय रहता है। लेकिन शेख हसीना का दोनो जगह ही नहीं जा पा रही है। फिलहाल जब तक उन्हें किसी देश में शरण नहीं मिल जाती तब तक पूर्व पीएम अपनी बहन रेहाना के साथ भारत में ही रहेंगी।