बग्लादेश में खुलना के डकॉप में स्थित कई मंदिरों को हाल ही में गुमनाम धमकी भरी चिट्ठी मिली है। इन चिट्ठियों में कहा गया है कि मंदिर प्रबंधक 5 लाख टका का टोल चुकाएं। नहीं तो उन्हें दुर्गा पूजा मनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।यह चिट्ठी दुर्गा पूजा आयोजन समितियों के नेताओं को भेजी गई थी और इसमें चेतावनी दी गई थी कि यदि उनके द्वारा यह मांगे पूरी नहीं की गई तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।जिस पर हिंदू समुदाय के नेताओं ने अपनी चिंता जाहिर की है और कुछ ने अपने मंदिरों में त्योहारों को पूरी तरह से रद्द करने पर विचार करना शुरू कर दिया है । शुक्रवार को चार मंदिरों के प्रतिनिधियों ने डाकोप पुलिस स्टेशन में एक जनरल डायरी (जीडी) दर्ज कराई है। समुदाय के एक नेता ने बताया कि एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें कई सदस्यों ने त्योहार को रद्द करने की इच्छा जताई।हालांकि, उन्होंने फैसला लिया है कि पूजा जारी रखी जाएगी। कामारखेला सार्वजनिन दुर्गा पूजा सेलिब्रेशन कमेटी के अध्यक्ष शेखर चंद्र गोल्डर ने कहा, "हमारे सदस्य अब त्योहार मनाने रुचि नहीं रखते। इस साल हमें पूजा रोकनी पड़ेगी। वही एक स्थानीय अखबार को वो चिट्ठी हाथ लगी है, जिसमें तीनों में एक ही जैसी लिखावट है, लेकिन लिफाफे पर भेजने वाले का पता अलग-अलग है।स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चिट्ठी में लिखा है, "अगर आप 2024 में दुर्गा पूजा करना चाहते हैं, तो आपको 5 लाख टका का भुगतान करना होगा।नहीं तो आपको किसी भी तरह की पूजा करने की अनुमति नहीं मिलेगी." यह भी धमकी दी गई कि अगर इस चिट्ठी को अधिकारियों या मीडिया के साथ साझा किया गया तो जिम्मेदार व्यक्ति "टुकड़े-टुकड़े" कर दिए जाएंगे।डाकोप पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर-इन-चार्ज सिराजुल इस्लाम ने कहा, "शुक्रवार को चार मंदिरों ने जीडी दर्ज कराई है।हम इस मामले की जांच कर रहे हैं और नियमित रूप से सेना दल के साथ गश्त कर रहे हैं।