हर जरूरी खबर

Custom Ad Block Detection
For the best experience, open
https://m.uttranews.com
on your mobile browser.
Advertisement
इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड मामले में बड़ा एक्शन  पत्नी समेत चार खिलाफ मामला दर्ज

इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड मामले में बड़ा एक्शन, पत्नी समेत चार खिलाफ मामला दर्ज

01:14 PM Dec 11, 2024 IST | editor1
Advertisement

बैंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी की वजह से सुसाइड कर ली थी। अब उनकी सुसाइड का मामला पूरे देश में तूल पकड़ता जा रहा है। अतुल के भाई के शिकायत की शिकायत के आधार पहली FIR दर्ज की गई है। इस मामले में अतुल की पत्नी सहित उनके परिवार के चार लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया।

Advertisement

Advertisement
Advertisement

निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सुसाइड वीडियो में अतुल ने अपनी पत्नी, उसके परिवार के सदस्यों और एक जज पर उत्पीड़न, जबरन वसूली और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।

Advertisement

Advertisement

न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक अतुल के भाई विकास कुमार ने कहा था, "मेरे भाई की पत्नी के उससे अलग होने के लगभग 8 महीने बाद, उसने तलाक का मामला दायर किया और मेरे भाई और हमारे पूरे परिवार के खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत कई आरोप लगाए।" उन्होंने आगे कहा कि भारत में सभी कानून पुरुषों के बजाय महिलाओं के पक्ष में हैं और उनके भाई ने अपनी जान देने से पहले से पहले इस मुद्दे के लिए लड़ाई लड़ी थी।

अतुल के भाई की तरफ से कराई गई FIR में बताया गया कि 2019 में दोनों की शादी हुई थी और उनका एक बच्चा भी है। कुछ समय साथ रहने के बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया, जिसके बाद सेटलमेंट के तौर पर अतुल की पत्नी की तरफ से 3 करोड़ रुपये की मांग की गई। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि अतुल की पत्नी ने उसे अपने चार साल के बेटे से मिलने के लिए 30 लाख रुपये की मांग की थी।

अतुल मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और बेंगलुरू के मंजूनाथ लेआउट में डेल्फीनियम रेजीडेंसी में रह रहे थे। सुसाइड नोट में उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि मेरे लिए मर जाना ही बेहतर होगा, क्योंकि जो पैसे मैं कमा रहा हूं… उससे मैं अपने ही दुश्मन को बलवान बना रहा हूं। मेरा कमाया हुआ पैसा मुझे ही बर्बाद करने में लग रहा है। अगर इतने सबूतों, तमाम डॉक्यूमेंट्स, मेरे बयान के बाद भी मेरे गुनहगारों को सजा नहीं मिलती है, तो मेरी अस्थियां कोर्ट के बाहर किसी गटर में बहा देना चाहिए।

Advertisement
×