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हरिद्वार के रुड़की में पुलिस मुठभेड़ के दौरान बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के इनामी आरोपी का इंकाउंटर हो गया। वहीं बाबा तरसेम सिंह की हत्या का दूसरा आरोपी मौके से फरार हो गया।
दरअसल 28 मार्च की सुबह नानकमत्ता के डेरा कारसेवा के प्रमुक बाबा तरसेम सिंह की दो शूटर्स ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जैसे ही ये खबर फैली तो लोगों का गुस्सा भड़क उठा। बाबा तरसेम की हत्या के बाद पुलिस प्रशासन पर तरह-तरह के सवाल उठने शुरू हो गए। इस हत्याकांड का जायजा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिया और पुलिस प्रशासन को सख्त इस मामले का जल्द खुलासा करने के निर्देश दिए थे।
पुलिस ने हरिद्वार में अमरजीत को पकड़ने के बाद उससे सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन अमरजीत ने सरेंडर करने की जगह पुलिस टीम पर ही फायर कर दी तभी पुलिस ने जवाबी कार्यवाही करते हुए फायर किया जिसमें अमरजीत सिंह को ढेर हो गाय वहीं उसका साथी एक भागने में कामयाब रहा। बात दें अमरजीत सिंह पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था। बताया जा रहा है आरोपी UP भागने की फिराक में थे।
इस मामले में पुलिस के आला अफसरों के साथ डीजीपी लगातार नजर बनाए हुए थे। जैसे ही पुलिस को हत्यारों का सुराग मिला तो तुरंत ही उनकी धरपकड़ करने के लिए एसटीएफ को लगाया गया। मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड की एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस को ये सूचना मिली थी कि बाबा तरसेम की हत्या के आरोपी हरिद्वार के भगवानपुर इलाके में हैं इस सूचना के बाद पुलिस ने आरोपियों की घेराबंदी शुरू कर दी और चेकिंग के दौरान इस हत्याकांड का के आरोपी पकड़े गए।