पूर्व जनरल वीके सिंह ने एक यूटूबर की पॉडकास्ट में हाल ही में बयान देते हुए कहा कि "Agniveer योजना में अब उचित बदलाव की आवश्यकता है जिससे सभी की भलाई हो सके।" वहीं उन्होंने कहा कि किसी भी योजना को लागू करने से पहले यह कहना थोड़ा मुश्किल होता है कि यह निर्णय पूरी तरह से सही होगा या नहीं।जब अग्निविर योजना को लागू किया गया था, तब इसका उद्देश्य था कि अधिक से अधिक युवा प्रशिक्षित हों और देश की सुरक्षा को सशक्त किया जा सके। हालांकि, अब इस योजना में बदलाव की जरूरत हो रही है।जनरल वी. के. सिंह ने कहा, "अब Agniveer योजना को लागू हुए एक साल के करीब हो चुका है। इस समय के दौरान योजना की कारगरता का मूल्यांकन करने और इसके दोषों को सुधारने की आवश्यकता है।" उन्होंने सुझाव दिया कि एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाना चाहिए जो इस योजना का गहराई से विश्लेषण करे और उसमें मौजूद कमी को दूर करने के लिए उचित कदम उठाए।वी. के. सिंह ने कहा कि जब Agniveer योजना की शुरुआत हुई थी, तब उन्होंने इस योजना में बड़ी भूमिका निभाई थी और इसको सफल बनाने के लिए पूरी कोशिश की गई थी। लेकिन अब समय आ गया है कि इस योजना के प्रभावों का पुनरावलोकन करें और यह सुनिश्चित करें कि यह सभी हितधारकों के लिए लाभदायक हो।वर्ष 2020 में Agniveer योजना की शुरुआत के साथ ही इसे कई उम्मीदों और आशाओं के साथ लागू किया गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करना और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान देने के लिए तैयार करना था। हालांकि, इस योजना के लागू होने के बाद से विभिन्न पक्षों से इसे लेकर सुझाव और चिंताएँ उठती रही हैं।पूर्व जनरल वी. के. सिंह के इस बयान ने अब इस योजना की दिशा और भविष्य पर नई बहस शुरू कर दी है। अब यह देखना है कि सरकार इस सुझाव पर कितना ध्यान देती है और किस प्रकार के बदलाव होते है जिससे कि Agniveer योजना सभी की भलाई के लिए और अधिक प्रभावी बन सके।