मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया कंफर्म, अब भारत के 38वें राष्ट्रीय खेलों में मचेगा धमाल, दो नए खेलों को किया गया शामिल
भारत के 38वे राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ समझ में दो पारंपरिक खेलों को इस सूची में शामिल किया गया है। 38 वे राष्ट्रीय खेलों का आयोजन उत्तराखंड में हो रहा है इसलिए उन्हें उत्तराखंड 2025 के नाम से संबोधित किया जा रहा है।
रविवार 15 दिसंबर को हुए समारोह में भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रही। इसी बीच खुशखबरी सुनाई गई कि अब योग और मलखंब भी राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा होंगे।आपको बता दे की 38वे राष्ट्रीय खेलों का आयोजन अगले साल 28 जनवरी से शुरू होकर 14 फरवरी तक चलेगा।
देहरादून में स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय खेलों का लोगो , खेलों का एंथम (गान), मशाल, शुभंकर मोनाल और जर्सी को भी लॉन्च किया। सीएम धामी ने बताया कि उनके आग्रह पर भारतीय ओलंपिक संघ ने योग और मलखंब को राष्ट्रीय खेलों में शामिल करने की अनुमति दे दी है।
इस बार राष्ट्रीय खेलों में कुल 43 खेल खेले जाएंगे, जिसमें पिछली बार की तरह देशभर में 10000 से भी ज्यादा एथलीट भाग लेंगे।मुख्यमंत्री धामी ने इस समारोह में बताया कि प्रदेश में खेल सुविधाओं के विकास के लिए सरकार ने 500 करोड रुपए की व्यवस्था की है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भारत यूनिवर्सिटी की स्थापना भी की जाएगी, जहां युवाओं को विश्व स्तरीय सुविधाएं दी जाएगी खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम, स्विमिंग पूलों का पुनर्निर्माण, वाटर स्पोर्ट्स और साइकलिंग के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर के अलावा शूटिंग रेंज को भी विकसित बनाने के प्रयास जारी हैं।
इसी बीच केंद्रीय युवा और खेल राज्य मंत्री निखिल खडसे ने भारत सरकार की ओलंपिक 2036 की मेजबानी के सपने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ओलंपिक खेल भारत में हों, इसके लिए अथक प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस कार्यक्रम में कई और भी घोषणाएं की। उन्होंने खिलाड़ियों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण के अलावा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के निर्माण की बात पर भी जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वालों को पुरस्कार राशि को दोगुना देने का ऐलान भी किया। भारत में खेल मंत्री मनसुख मांडवीया ने भी इस पर खुशी जताई।