क्षतिग्रस्त वाहन, बिखरी पड़ी हुई थी लाशें , हादसे का मंजर देखकर कांप गई लोगों की रूह
बताया जा रहा है कि मौके पर जब पुलिस पहुंची तो लाशें इधर-उधर पड़ी हुई थी। वाहन क्षतिग्रस्त थे और पलटे हुए थे। वाहन में फंसे लोग चीख रहे थे जिसने भी इस मंजर को देखा उसकी रूह कांप गई। ग्रामीणों ने मैजिक से खींच कर लोगों को बाहर निकाला।
ग्रामीणों को कहना है कि उन्होंने कभी ऐसा एक्सीडेंट नहीं देखा। हादसे के वक्त दोनों वाहन तेज रफ्तार पर थे। लोगों का कहना है कि यह टक्कर इतनी तेज थी कि 1 किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनाई दी।
जैतपुर के ग्रामीण हादसे के बाद दौड़ कर आए जब वह मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा की मैजिक के परखच्चे उड़ चुके थे और कैंटर व मैजिक सड़क के किनारे गड्ढे में पलटे हुए थे। ग्रामीणों ने मैजिक को सीधे करने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए।
ग्रामीणों ने मैजिक में फंसे घायलों को खींच खींच कर निकाला। इसके बाद गाड़ी को सीधा किया गया, तब तक गाड़ी के नीचे दबे चार लोगों की मौत हो चुकी थी। बाकी ने भी कुछ ही देर में दम तोड़ दिया। पहली प्राथमिकता घायलों को बचाने की थी। घायल मदद के लिए चीख रहे थे, कुछ घायल दर्द भूल अपनों को तलाश रहे थे।
एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि हम लोग यहां काम कर रहे थे तभी सिकंदरामऊ की तरफ से एक टैंकर आ रहा था जो सामने से आ रही गाड़ी से टकरा गया। यह आवाज इतनी तेज थी कि काफी दूर तक सुनाई दी और जब लोगों ने देखा तब तक सब बिखर चुका था।
वही एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी का भी कहना है कि यह हादसा उसके सामने हुआ और इसमें गलती मैजिक वाले की ज्यादा है। हर तरफ लाशें ही दिखाई दे रही थीं। टाटा मैजिक बहुत तेजी से आ रही थी। सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है, इसलिए गड्ढे ज्यादा हो रहे हैं।