अल्मोड़ा, 20 दिसंबर 2024जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय की अध्यक्षता में जिला सैनिक कल्याण परिषद की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में पूर्व सैनिकों के विभिन्न मुद्दों के अलावा, शहीद स्मारकों, शहीदों के नाम पर मार्गों के नामकरण के प्रस्तावों आदि सुझावों एवं शिकायतों पर चर्चा की गई।बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी/अध्यक्ष जिला सैनिक कल्याण परिषद आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि सैनिक हमारे देश का गौरव हैं। हमें हमेशा अपने देश की सेना एवं सैनिकों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे जो पूर्व सैनिक हैं, वे भी उसी सम्मान के भागीदार हैं, क्योंकि वे अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा देश की सेवा में समर्पित कर चुके होते हैं। उनके जो भी प्रकरण या समस्याएं हैं, उनका निस्तारण सभी अधिकारियों को प्राथमिकता से करना है।जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व सैनिक अपने अनुभव और अनुशासन के बल पर उद्यमी बनने की काबिलियत रखते हैं। उन्होंने सभी से कहा कि आप रोजगार लेने वाले की बजाय रोजगार देने वाले बनें। इसके लिए जिला प्रशासन स्तर से जो भी मदद अपेक्षित होगी, वह हरसंभव की जाएगी।आपातकालीन परिस्थितियों में पूर्व सैनिकों का सहयोग लेने के सुझाव पर जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन के माध्यम से प्रत्येक ब्लॉक में पूर्व सैनिकों एवं रेडक्रॉस टीम को प्रशिक्षित किए जाने पर कार्य किया जाएगा। इससे आपातकालीन स्थिति में रेस्क्यू आदि के लिए उनकी मदद ली जा सकेगी। उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को इस संबंध में रेडक्रॉस एवं पूर्व सैनिक संगठनों से समन्वय बनाने हेतु निर्देशित किया।पूर्व सैनिकों ने यह सुझाव भी जिलाधिकारी के समक्ष रखा कि विभागीय टेंडर एवं कार्यों में पूर्व सैनिकों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए। इस पर जिलाधिकारी ने इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजने की बात कही।बैठक में पूर्व सैनिकों द्वारा अपनी समस्याएं भी रखी गईं। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाए।बैठक में जिला सैनिक कल्याण अधिकारी विजय मनराल, मुख्य कोषाधिकारी पूजा नेगी, अपर पुलिस अधीक्षक हरवंश सिंह, नामित सदस्य शोभा जोशी समेत अन्य अधिकारी एवं पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।