पिथौरागढ़। जिलाधिकारी ने जनपद में बाल विवाह, बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति पर रोकथाम के लिए संयुक्त टीम का गठन कर रोक लगाने, अपने-अपने क्षेत्र में सघन अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ समन्वय बनाकर आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय अम्ब्रेला टास्क फोर्स की मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई। बैठक में बाल कल्याण समिति में लंबित मामलों व समक्ष आने वाली चुनौतियों, संचालित बाल गृहों, बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, बाल विवाह, नशा मुक्ति, बाल संरक्षण, बाल हितों, बाल अधिकारों, स्ट्रीट चिल्ड्रन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना तथा चाइल्ड हेल्पलाइन की ओर से जा रहे कार्यों के संबंध में विस्तार से विचार विमर्श किया गया।जिलाधिकारी ने बाल विकास, स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग के साथ ही स्वयंसेवी संस्थाओं को निर्देश दिये की महिलाओं से संबंधित मुद्दों को प्राथमिकता दें और एक कमेटी का गठन करते हुए हर 10 दिन में एक बैठक सुनिश्चित कर आवश्यक कार्यवाही करें। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जनपद में ऐसे स्थान जहां आने वाले दिनों में हिमपात होने की संभावना है, वहां गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर सुरक्षित अन्यत्र स्थान पर शिफ्ट करें।जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ निर्मल सिंह बसेड़ा को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत बालिकाओं को विभिन्न प्रकार के कौशल, आत्मरक्षा के कोर्स, खेल संबंधी एक्टिविटीज कोर्स, मुख्य परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग व्यवस्था करने, स्वास्थ्य पर विशेष कार्यक्रम संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य तथा संबंधित डॉक्टर से समन्वय बनाकर पहले जन जागरूकता अभियान चलाने और प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए।बैठक में एडीएम डॉ शिवकुमार बरनवाल, जिला शिक्षा अधिकारी तरुण पंत, अधीक्षिका कार्ड संस्था बालिका गृह हेमा कापड़ी, अन्य विभागों के अधिकारी व स्वयंसेवी संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे।