बार-बार हाथ धोना एक अच्छी आदत तो होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं बार-बार हाथ धोना भी हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है? जी हां, अगर आप अत्यधिक हाथ धोने की आदत डालते हैं, तो यह आपकी सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। कई बार स्वच्छता की ओर बढ़ाया गया यह स्वच्छ कदम हमारे लिए हानिकारक बन जाता है। तो आइए जानते हैं कैसे।द इंडियन एक्सप्रेस में पब्लिश एक रिपोर्ट के अनुसार, बार-बार हाथ धोना एक साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर है। एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल, बैंगलोर में इंटरनल मेडिकल कंसलटेंट डॉ. एसएम फैयाज ने इनसे बात करते हुए बताया कि हाइजीन मेंटेन करना जरूरी है, लेकिन कहीं आप उस हाइजीन की आड़ में अपनी स्किन के साथ खिलवाड़ तो नहीं कर रहे हैं। इस साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर को ओब्सेसिव कंपलसिव डिसऑर्डर कहते हैं। इस डिसऑर्डर में इंसान को किसी एक आदत को बार-बार दोहराने की आदत लग जाती है, जैसे हाथों को धोना, दरवाजे बंद हैं या नहीं, इसे चेक करना।वहीं डॉ. एसएम फैयाज बताते हैं कि हाथों को बार-बार धोने से स्किन खराब हो सकती है। बार-बार सैनिटाइजर या हैंडवॉश का यूज करने से केमिकल हथेलियों के संपर्क में आते हैं, जिससे स्किन का नेचुरल ऑयल कम होने लगता है। इससे स्किन ड्राई हो सकती है, स्किन में खुजली की समस्या हो सकती है। कई बार हथेलियां फटने लगती है और इनमें से स्किन भी पपड़ी की तरह निकलने लगती है। स्किन के अलावा, अगर बात करें अन्य समस्याओं की, तो हाथों को धोने की बीमारी के कारण इंसान तनाव में भी रह सकता है क्योंकि इससे ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस लेवल इंक्रीज होता है। बार-बार हाथों को साबुन से धोने पर एक्जिमा रोग हो सकता है। यह स्किन से संबंधित एक रोग है, जिसमें स्किन लाल हो सकती है, उसमें सूजन और क्रैक्स भी पड़ सकते हैं।हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो दिन में 5 से 10 बार ज्यादा से ज्यादा हाथ धोना सही है। उससे ज्यादा यह गंभीर हो जाता है।