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क्या आपको भी है कॉटन बड्स से कान साफ करने की आदत  तो हो जाए सावधान  हो सकती है बहरेपन की समस्या

क्या आपको भी है कॉटन बड्स से कान साफ करने की आदत, तो हो जाए सावधान, हो सकती है बहरेपन की समस्या

02:46 PM Dec 14, 2024 IST | uttranews desk
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खाली बैठे होने पर अक्सर लोग कान की सफाई करने में लग जाते हैं, और इसके लिए इस्तेमाल करते हैं कॉटन बड्स जो कि कानों के लिए कई समस्याएं खड़ी कर सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट भी कान के मैल की सफाई के लिए कॉटन बड्स के इस्तेमाल की सलाह नहीं देते हैं।हालांकि यह बहुत सुविधाजनक होता है, लेकिन ये बड्स मैल को निकालने से ज्यादा इसे अंदर की ओर धकेल देते हैं, जिससे कान में कई तरह की समस्या पैदा हो सकती है, इसमें बहरापन भी हो सकता है।

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कान के अंदर जमा पीला पदार्थ जिसे हम अक्सर मैल समझकर निकालने की कोशिश करते हैं, उसे ईयर वैक्स कहते हैं। जिसको मेडिकल भाषा में सिरूमन भी कहा जाता है। यह कान के लिए अत्यधिक आवश्यक है और किसी भी तरह की गंदगी नहीं है। ईयर वैक्स कान के बाहरी हिस्से और कान नालिका की कोशिकाओं से निकलने वाले नेचुरल तेल से बनता है। यह कान को चोट, बैक्टीरिया, फंगस और पानी से सुरक्षित रखता है। साथ ही कान की नलिका में सूखने या दरार पड़ने से बचाता है।कई लोग नहाने के बाद या कान में पानी जाने पर ईयरबड्स का इस्तेमाल करते हैं, यह सोचकर कि इससे कान साफ हो जाएंगे। लेकिन यह आपके लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है।

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नहाने के दौरान पानी और साबुन का अक्सर कान में जमे हुए वैक्स को ढीला कर देता है, और वह खुद ही बाहर आ जाता है। इसके साथ ही, जब हम बोलते हैं, जम्हाई लेते हैं या खाते हैं, तो हमारे जबड़े की मूवमेंट से भी कान का वैक्स बाहर आ जाता है। ऐसे में, ईयरबड्स का इस्तेमाल करने की कोई आवश्यकता नहीं होती है।

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