सेहत को अच्छा बनाने के लिए खान-पान का सही होना बहुत जरूरी है। हेल्दी रहने के लिए, शरीर का हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है। शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालना हो, डाइजेशन को दुरुस्त रखना हो, वजन कम करना हो या स्किन को ग्लोइंग बनाना, सही मात्रा में पानी पीना बहुत जरूरी होता है।वहीं पानी पीने को लेकर घर में बड़े-बुजुर्ग कहते भी हैं कि पानी को आराम से घूंट-घूटकर पीना चाहिए। पानी को भागते हुए, खड़े होकर या जल्दबाजी में नहीं पीना चाहिए। अक्सर लोग यह भी कहते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से वह शरीर को नहीं लगता बल्कि इससे जोड़ों की दिक्कत हो सकती है और घुटने दर्द करने लगते है। क्या सच में ऐसा होता है या यह सिर्फ एक मिथ है, चलिए एक्सपर्ट से जानते है।इस बारे में डॉक्टर अर्जुन बत्रा का कहना है किकई लोग ऐसा मानते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से पानी घुटनों में चला जाता है। इससे जोड़ो का दर्द बढ़ सकता है और अर्थराइटिस की दिक्कत हो सकती है। एक्सपर्ट का कहना है कि मेडिकली इस बात का कोई प्रूफ नहीं है कि खड़े होकर पानी पीने से घुटने खराब हो सकते हैं या इसका सेहत पर बुरा असर होता है।एक्सपर्ट का कहना है कि पानी बेशक आपको आराम से पीना चाहिए और धीरे-धीरे पीना चाहिए। लेकिन, इसे खड़े होकर पीने से घुटने खराब हो सकते हैं या जोड़ों पर बुरा प्रभाव होता है, ऐसी कोई रिसर्च सामने नहीं आई है।एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि हम जो भी खाते हैं, वह फूड पाइप के जरिए हमारे पेट और आंतों में जाता है। ऐसा बिल्कुल संभव नहीं है कि खड़े होकर पानी पीने से वह सीधा घुटनों में चला जाए और घुटनों पर बुरा असर डाले। इस बात को मेडिकल साइंस नहीं मानती है।