उत्तराखंड में मानसून की बारिश लगातार अभी भी हो रही है। ऐसे में मैदानी इलाकों के लोगों को तो कुछ राहत मिली है लेकिन पर्वतीय इलाकों की अभी भी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड में पहाड़ ही नहीं सड़के भी मौसम की मार झेल रही है जो लोगों के लिए काफी बड़ी मुसीबत बन गई है।देर रात भारी बारिश की वजह से प्रदेश भर में राष्ट्रीय राजमार्ग व राज्य राजमार्ग समेत जिला एवं ग्रामीण की कई सड़के अवरुद्ध हो गए। इससे यातायात भी काफी प्रभावित हुआ। हालांकि संबंधित विभाग यातायात को सही करने में जुटे हुए हैं। राज्य में लगातार हो रही बारिश की वजह से कहीं पहाड़ तो कहीं चट्टान टूट कर गिर गई है जिसकी वजह से काफी मलबा सड़कों पर आ गया है।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी रुद्रप्रयागने बताया कि जनपद में देर रात हुई भारी बारिश से कई सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग 107-01 भी है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड किलोमीटर 72 में 200 मीटर वासआउट हुआ है। जनपद के कुल 17 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध हैं।वही एक रिपोर्ट के अनुसार राऊलेक-जग्गी बगवान मार्ग, जाखधार-गडतरा मार्ग, विजयनगर-पठालीधार-डांगी मार्ग, मयाली-गुप्तकाशी मार्ग (राजमार्ग) तो रुद्रप्रयाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार विजयनगर-तैला मार्ग, छैनागाड़-भुनालगाव-बक्सीर मार्ग, तिमली-मरोड़ा-किरोडा मार्ग, छेना-उछोला-मथ्या गांव मार्ग, गहड़-दनकोट-नोना मार्ग, कामोल्डी लिंक मार्ग व पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग के अनुसार जबरी-जयकंडी मार्ग, पलद्वाडी-डुंगर सेमल मार्ग, रैतोली-जसौली-नगरासु-पाबौ मार्ग, बावई-चौकी-बर्सिल मार्ग बाधित है।वहीं पीएमजीएसवाई जखोली की रिपोर्ट के अनुसार मुसाढुंग-पाली मार्ग, अमकोटी-त्यूखर मार्ग, कुणजेठी-ब्यूखी मार्ग अवरुद्ध है।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी का कहना है कि इस वजह से यातायात भी काफी अवरुद्ध हो गया है जिसे सुचारु करने के लिए संबंधित विभागों की ओर से आवश्यक कार्यवाही की जा रही है और मलबे को भी हटाने का प्रयास किया जा रहा है।