हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल के अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यह दुखद घटना गुरुग्राम स्थित उनके घर पर घटी। परिवार और पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उनकी जान नहीं बचा सके।चौटाला का अद्वितीय जीवन सफरओमप्रकाश चौटाला भारतीय राजनीति में अपने अभूतपूर्व योगदान और संघर्षशील जीवन के लिए जाने जाते थे। उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में पांच बार कार्य किया और राज्य की राजनीति को एक नई दिशा दी। वह हरियाणा के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के पुत्र थे और अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने में सफल रहे।चौटाला ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प का उदाहरण उस समय प्रस्तुत किया, जब उन्होंने 87 वर्ष की उम्र में 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास की। साल 2019 में उन्होंने दसवीं की परीक्षा दी, लेकिन अंग्रेजी का पेपर न देने के कारण उनका 12वीं का परिणाम रोक लिया गया। अगस्त 2021 में उन्होंने अंग्रेजी का पेपर दिया और 88% अंकों के साथ सफलता हासिल की।हरियाणा और देश को बड़ा नुकसानओमप्रकाश चौटाला के निधन के साथ ही हरियाणा और भारतीय राजनीति में एक शून्य उत्पन्न हो गया है। उनके समर्थक और राज्य के राजनीतिक नेताओं ने इस दुखद घटना पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। चौटाला को उनकी राजनीतिक सूझबूझ, जनता के लिए समर्पण, और साहसी नेतृत्व के लिए हमेशा याद किया जाएगा।नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलिओमप्रकाश चौटाला के निधन पर नेताओं, कार्यकर्ताओं और जनता ने गहरा दुख व्यक्त किया। हरियाणा के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और उनके समर्थक उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। उनका निधन न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है।