Government has forgotten the shameful incident of Muzaffarnagar, Uppa alleged, protested on its 30th anniversaryअल्मोड़ा: मुजफ्फरनगर कांड की 30 वीं बरसी पर आज गांधी पार्क में उपपा समेत तमाम संगठनों ने श्रद्धांजलि सभा व धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इस मौके पर राष्ट्रीय पार्टियों और सरकारों को आड़े हाथों लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि हमारी सरकारें अपने सत्ता सुख के लिए इस शर्मनाक कांड को भूल चुकी हैं, लेकिन इस राज्य की जनता की एकजुटता उन्हें जनता से किए गए विश्वासघात का सबक ज़रूर सिखाएगी।वक्ताओं ने इस मौके पर हल्द्वानी में शहीद ए आज़म भगत सिंह के जन्मदिन पर उनका पोस्टर फाड़ने वालों, पत्रकारों के साथ अभद्रता करने वालों के खिलाफ सख़्त कार्यवाही करने की मांग भी की।बुधवार को गांधी पार्क में आयोजित इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि पिछले 30 वर्षों में राष्ट्रीय दलों और उनकी सरकारों ने मुजफ्फरनगर कांड के षड्यंत्रकारी नेताओं और अधिकारियों को बचाने की पूरी कोशिश की है, और इस दौरान यहां की सरकारें शहीदों को न्याय दिलाने के नाम पर ज़ुबानी जमाखर्च करती रही हैं जो आज किसी से छुपा नहीं है।धरना स्थल पर "मुजफ्फरनगर कांड की यही पुकार शहीदों को श्रद्धांजलि सरकारों को धिक्कार, शहीदों हम शर्मिंदा हैं तुम्हारे क़ातिल ज़िंदा हैं" जैसे नारों के साथ राज्य के प्राकृतिक संसाधनों, जमीनों, नौकरियों की लूट को लेकर भी आक्रोश सामने आया।वक्ताओं ने राज्य की अस्मिता के लिए एक बार फिर एकजुट होकर जनता से संघर्ष शुरू करने का आह्वान किया। इस दौरान धरना स्थल पर हुई सभा को कर्मचारी नेता चंद्रमणि भट्ट, वरिष्ठ अधिवक्ता गोविंद लाल वर्मा, उपपा की केंद्रीय उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा,महासचिव अमीनुर्रहमान, एडवोकेट नारायण राम, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य नीरज पंत, उत्तराखंड लोक वाहिनी के एडवोकेट जगत रौतेला, पूरन चंद्र तिवारी, पैरामिलेट्री फोर्सेस के मंडलीय अध्यक्ष एम एस नेगी, पूर्व स्वास्थ्य निदेशक जे सी दुर्गापाल, विनोद तिवारी, उपपा के मोहम्मद साकिब, मोहम्मद वसीम, धीरेंद्र मोहन पंत, नगर अध्यक्ष हीरा देवी, एडवोकेट पान सिंह आदि ने भी संबोधित किया।इस मौके पर एमबीपीजी कॉलेज हल्द्वानी में भगत सिंह का जन्मदिन मनाने वालों के साथ एक छात्र संगठन द्वारा भगत सिंह के चित्र को फाड़ने, मारपीट करने व पत्रकारों से अभद्रता करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही करने की सरकार से मांग की गई और कहा कि यह देश शहीदों का अपमान नहीं सहेगा।धरना प्रदर्शन में आलोक पाठक, उदय किरौला, राजू गिरी, रेनू जोशी, रेखा आर्या, उछास की भावना पांडे, रमेश आदि लोग उपस्थित रहे।