अल्मोड़ा: हंस फाउंडेशन के रजनीश रावत ने बताया कि अल्मोड़ा के 200 राजस्व ग्रामों के लगभग 1700 फायर फायटर चयनित किये गये है। जिसमें चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में ताकुला और हवालबाग के 21 राजस्व ग्रामों के 306 प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया और अन्य फायर फाइटरों को नियमित रूप से प्रशिक्षण दिया जायेगा साथ इन गॉंवों मे फायर किट भी वितरण किये जाएंगे वन प्रभाग अल्मोड़ा के उप प्रभागीय वनाधिकारी मयंक मेहता ने हंस फाउंडेशन द्वारा ग्राम स्तर पर समुदाय के साथ वनाग्नि रोकथाम के लिए किये जा रहे कार्यों की सराहना की और बताया की वनों की आग से हमारे वनों की वन सम्पदा को बहुत नुकसान होता है।वनों में आग लगने के कारणों के बारे मे बताते हुए वनाग्नि से स्वयं के बचाव के बारे मे बताया और आग लगाने पर जुर्माने के प्रावधान के बारे में जानकारी दी और फायर फाइटरों से वनाग्नि रोकने के लिए सहयोग की अपील की ।साथ ही तेंदुए के बढ़ते खतरे से भी सभी ग्रामीणों को सजाक रहने को कहा और जंगली जानवरों के नुकसान के मुआवजे की जानकारी दी ।अग्नि शमन अधिकारी महेश चंद्र ने घरेलू आग से बचाने के उपयों की जानकारी दी ।एसडीआरएफ के पंकज डंगवाल ने प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी दी ।जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आलोक वर्मा ने जिप लाइन और अन्य उपकरणों की जानकारी दी । उप वन क्षेत्राधिकारी जीवन राम आर्या ने ग्राम स्तर पर वना अग्नि नियंत्रण के उपयो को बताते हुए परम्परिक तरीको की जानकारी दी। पूनम पंत व हीरा सिंह ने फायर लाइन की जानकारी दी इसके बाद सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दे कर कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम में ग्राम बेह, पड़ोलिया, रमेला डूंगरी,कलेत,लोध,उत्तरोड़ा के फायर फाइटर, अग्नि शमन के मुकेश चतुर्वेदी, संतोष सिंह, हरीश सिंह, ब्लाक समन्वयक अनीता कनवाल, चंद्रेश पंत, राजेंद्र, करन, शंकर ,भावना ,कैलाश, दीपक आदि मौजूद रहे।