हर जरूरी खबर

For the best experience, open
https://m.uttranews.com
on your mobile browser.
Advertisement
एम्स ऋषिकेश में शुरू होगी हेली एंबुलेंस सेवा  पीएम मोदी करेंगे वर्चुअली उद्घाटन  जानिए फ्री होगी सुविधा या कितना देना होगा किराया

एम्स ऋषिकेश में शुरू होगी हेली एंबुलेंस सेवा, पीएम मोदी करेंगे वर्चुअली उद्घाटन, जानिए फ्री होगी सुविधा या कितना देना होगा किराया

05:24 PM Oct 25, 2024 IST | editor1
Advertisement

उत्तराखंड में अब 108 एंबुलेंस सेवा की तर्ज पर हेली एंबुलेंस सेवा शुरू होने जा रही है। इस सेवा के शुरू होने से प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में अति गंभीर रूप से घायल को हेली एंबुलेंस की सहायता से एम्स ऋषिकेश में शीघ्र पहुंचाया जा सकेगा।

Advertisement
Advertisement

Advertisement

29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सर्विस की शुरुआत करेंगे। बताया गया कि पूरे उत्तराखंड में उपलब्ध यह सेवा पूरी तरह से निःशुल्क होगी। उत्तराखंड से लगे उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में भी यह सर्विस उपलब्ध रहेगी।

Advertisement

एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी क्षेत्र में हादसा होने पर घायल की स्थिति को खतरे में पाने पर डॉक्टर हेली सर्विस के लिए रिकमेंड कर सकेंगे। अगर मरीज की हालत ऐसी खराब है कि उसे कुछ घंटों के अंदर ही इलाज की जरूरत होगी तब डॉक्टर के रिकमेंडेशन से हेली ऐंबुलेंस सेवा का लाभ लिया जा सकेगा। यह सर्विस पूरे उत्तराखंड में उपलब्ध रहेगी। प्रदेश से सटे यूपी के कुछ इलाकों में भी हेली ऐंबुलेंस का लाभ लिया जा सकेगा।

Advertisement

मीनू सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी जिला आपदा प्रबंधन दफ्तर भी हेली ऐंबुलेंस सेवा के कंट्रोल रूम से जुड़ेंगे। यदि प्रदेश में कहीं पर भी सड़क हादसा या कोई बड़ी आपदा होती है तो जरूरतमंद को हेली ऐंबुलेंस की सहायता से तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा।

इस एंबुलेंस में वेंटिलेटर समेत तमाम जीवन रक्षक उपकरण मौजूद रहेंगे। एक मेडिकल स्टाफ भी तैनात रहेगा और यह पूरी तरह से निशुल्क रहेगा। जिसके माध्यम से एक समय में एक ही मरीज को अस्पताल ले जाया जा सकेगा। संजीवनी योजना के तहत शुरू हुई इस सर्विस का ऐलान सितंबर 2022 में उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी। अब इसे अमली जामा पहनाया गया है। संजीवनी योजना का संचालन केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त रूप से कर रहे हैं। दोनों ही सरकारें पचास-पचास प्रतिशत के हिसाब के इसका खर्च वहन करेंगी।

Advertisement
×