दिल्ली में कंझावला थाना क्षेत्र में 11वीं के एक छात्र ने फांसी फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। छात्र के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है।जिसमें अपने स्कूल की एक शिक्षिका को संबोधित करते हुए लिखा है कि यह दिन सबसे अच्छा होगा न मैडम। आपकी सबसे बड़ी टेंशन को मैं आज दूर कर रहा हूं। वह भी हमेशा के लिए। पीड़ित परिवार के बयान के आधार पर कंझावला पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है।मृतक की बहन ने बताया कि उनका भाई पास के ही एक निजी स्कूल में 11वीं का छात्र था। मंगलवार की रात खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया। बुधवार की सुबह करीब पांच बजे जब उसे उठाने गए तो, वह कमरे में नहीं था।परिजनों को लगा कि वह सैर पर गया होगा। लेकिन बहुत देर हो जाने के बाद भी जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन नीचे हाल में उसे देखने गए। जहां बने एक कमरे का गेट अंदर से बंद मिला। गेट पीटने पर भी जब अंदर से कोई जवाब नहीं मिला तो खिड़की से झांककर कमरे में देखा। उनका भाई फंदे से लटका मिला।जिसके बाद आनन-फानन में गेट तोड़कर भाई को किसी तरह पास के ही एक अस्पताल में ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वही सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद स्वजन को सौंप दिया।मृतक की बहन ने बताया कि कुछ दिन पहले भाई के स्कूल से शिकायत आई थी तो चाचा स्कूल गए थे। जहां शिक्षिका ने कहा था कि उनका भाई उनसे बहसबाजी करता है। जबकि इसी स्कूल की दूसरी शिक्षिका ने बताया कि वह कभी भी किसी से बहस नहीं करता था।बहन ने बताया कि परिवार के सदस्यों से लेकर रिश्तेदारों से भी ऐसी कोई शिकायत कभी नहीं मिली। पीड़ित परिवार का आरोप है कि शिक्षिका के दबाव में आकर ही उसने आत्महत्या की है। सुसाइड नोट से भी यही पता चल रहा है। पीड़ित परिवार इस मामले में दिल्ली पुलिस से निष्पक्ष जांच करने को लेकर मांग की है।बहन ने बताया कि उनका भाई पढ़ने में काफी अच्छा था। शांत स्वभाव का था। उसने शिक्षिका को लेकर परिवार के किसी भी सदस्य से कुछ भी नहीं बताया।वही पुलिस अधिकारी ने बताया कि हम इस मामले में कई पहलुओं से जांच कर रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।