अगर सुबह उठते ही आपकी भी आंखों के नीचे दिखती है सूजन, तो करें यह उपाय, आ जाएगी चमक
सुबह सकार जब हम उठाते हैं तो आंखों के नीचे हल्की सूजन का दिखना एक आम समस्या है। कई बार यह सूजन अधिक बढ़ भी जाती है जिससे चेहरा काफी थका हुआ और बेजान नजर आता है। उम्र बढ़ने के साथ ही परेशानियां ज्यादा लगती हैं। आंखों के आसपास के टिशु भी इसके साथ प्रभावित होते हैं। इसके चलते सूजी आंखें आपके चेहरे पर अच्छी नहीं लगती हैं आज हम आपको इससे छुटकारा पाने का आसान तरीका बताने वाले हैं
पफी आईज को ठीक करने के लिए अपनाएं ये ट्रिक्स
बर्फ से सिकाई
सुबह उठने के बाद अगर आपकी आंखों के नीचे सूजन दिखती है तो आप उसे हिस्से पर बर्फ से सिकाई कर सकते हैं। बर्फ की सिकाई करने से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाती है और सूजन कम हो जाती है।
ग्रीन टी
ग्रीन टी में भी सूजन को रोकने के गुण होते हैं। अगर आंखों के नीचे सूजन को कम करना है तो आप ग्रीन टी भी अपना सकते हैं। इसके अलावा ग्रीन टी में एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी) नामक एक यौगिक होता है, जिसमें शक्तिशाली एंटी-एजिंग प्रभाव होते हैं। ये प्रभाव उम्र के साथ आंखों के नीचे बढ़ने वाली पफीनेस को कम करने में असर दिखा सकता है।
ग्रीन टी के बैग्स को थोड़ी देर के लिए गर्म पानी में छोड़ दे और फिर उसके बाद इसको थोड़ा ठंडा होने दे और इस पानी में एक कॉटन पड़ गए और उसे निकालकर निचोड़ ले। अब इस कॉटन पैड को आंखों पर 10 से 15 मिनट रखें इससे आपकी सूजन चली जाएगी
खीरा
खीरे में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और यह भी आंखों के नीचे की सूजन को खत्म करने में मददगार हो सकते हैं ताजा खरे के टुकड़ों को काटकर अगर आंखों पर 10-15 मिनट रखें तो इससे आंखों की पफीनेस खत्म हो जाती है।
आलू
खीरे की तरह ही आप आलू को गोल टुकड़ों में काटकर आंखों पर रख सकते हैं। आलू में भी एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं, जो पफी आईज से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकते हैं।
इन कारणों को भी न करें नजरअंदाज
आपको बता दे की नींद पूरी न होने पर भी आंखों के नीचे सूजन की परेशानी आ जाती है ऐसे में रोज 7 से 8 घंटे की नींद जरूर ले।
वॉटर रिटेंशन के चलते आंखों के नीचे सूजन बढ़ जाती है। ऐसे में लगातार ये परेशानी बने रहने पर हेल्थ एक्सपर्ट्स से सलाह लें।
जरूरत से अधिक नमक का सेवन आंखों के नीचे सूजन की परेशानी को बढ़ा सकता है। ऐसे में लो सोडियम डाइट लें।
इन सब से अलग सोने से पहले ज्यादा मात्रा में लिक्विड या फ्लूड लेने से भी बचें।