अगर हाथ या पैर में आप भी पहनते है काला धागा, तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान, वरना हो जाएगा नुकसान
आपने देखा होगा की कई लोग अपने हाथ-पैरों में काला धागा बांधे रहते है। क्योंकि काला धागा नकारात्मक ऊर्जा से हमारी रक्षा करता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के साथ-साथ आपको बुरी नजर से भी बचाता है।
वहीं आपको बता दें कि काला धागा नकारात्मक ऊर्जा को कई तरह के अवशोषित करता है और आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा भरने में सहायता करता है। हांलाकि बहुत सारे लोग आजकल फैशन के चलते काला धागा पहनते हैं। लेकिन अगर आप काला धागा पहनने के दौरान कुछ नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो आपको इसका दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकता है।
इसलिए शरीर के किसी भी हिस्से में काला धागा पहनने से पहले आपको इससे जुड़ी कुछ खास बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
अगर शरीर के किसी भी हिस्से में काला धागा धारण करते हैं, तो आपको कुछ गलतियों से बचें। आइए जानते हैं कि काला धागा पहनने के दौरान कौन-कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए।
ध्यान रखें कि काले धागे को बार-बार नहीं बदलना चाहिए। क्योंकि आप जब भी काला धागा पहनते हैं, तो कुछ नियमों का पालन करना होता है। ऐसे में अगर आप बार-बार इस धागे को बदलते हैं, तो इसका असर कम हो सकता है। इसलिए प्रयास करें जब भी काला धागा पहनें, तो इसको तभी बदलना चाहिए जब यह पुराना हो जाए।
इसके अलावा आपको कभी भी पुराना व कटा हुआ धागा नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि ऐसा धागा नकारात्मक ऊर्जा को अपनी ओर आकर्षित करता है। इसलिए धागे के टूट जाने पर इसे बदलने की सलाह दी जाती है।
किसी व्यक्ति की ऊर्जा के लिए काले धागे को व्यक्तिगत और अद्वितीय माना जाता है। इसलिए इसके व्यक्तिगत प्रभाव को बनाए रखने के लिए इसको दूसरों के साथ शेयर करने से बचना चाहिए।
अगर आप काला धागा पहनती हैं और उसकी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देती हैं, तो आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है। क्योंकि काला धागा शनि ग्रह का प्रतीक माना जाता है।
ऐसे में रोजाना इसकी सफाई न करने से आपको शनिदोष लग सकता है। जिससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है।
इन बातों का रखें खास ख्याल
आपने जहां पर काला धागा पहना है, वहां पर किसी अन्य रंग का धागा नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि काला धागा तब अपना प्रभाव दिखाता है, जब आप इसे अकेले धारण करते हैं।
हमेशा शनिवार के दिन ही काला धागा पहनना चाहिए। क्योंकि शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है और काला रंग भी शनि का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इसका पूर्ण परिणाम पाने के लिए इसको किसी शुभ दिन पहनना चाहिए।
काले धागे को पहनने के दौरान गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। ताकि आपको इसका पूरा लाभ मिल सके और किसी भी बुरी दृष्टि न लगे।
आपको सलाह देते हैं कि काले धागे को पहनने से संबंधित ज्योतिषीय प्रथाएं विभिन्न संस्कृतियों और ज्योतिषीय परंपराओं के बीच अलग हो सकती हैं। इसलिए किसी जानकार ज्योतिष से परामर्श के बाद ही काला धागा पहनना चाहिए।