जानिए यूट्यूबर गर्वित और नंदिनी के हत्याकांड के पीछे का राज, क्या हुआ था आखिर उस रात
यूट्यूबर गर्वित बीते तीन दिनों से देहरादून में स्थित अपने घर पर था। उसके पास शुक्रवार रात को एक फोन आया और वह बहादुरगढ़ के लिए चला गया। सुबह करीब 5:00 बजे वह पहुंचा तो उसने फोन कर अपने पिता को इस बारे में बताया। इसके चंद घंटे बाद ही उसके मौत की खबर आ गई। इसके बाद गर्वित और नंदिनी के परिवार वाले एक साथ बहादुरगढ़ के लिए रवाना हो गए।
बहादुरगढ़ में अपनी लिव इन पार्टनर के साथ सातवीं मंजिल से संदिग्ध परिस्थितियों में गिरकर मरने वाले यूट्यूबर गर्वित के पिता सूबेदार सिंह पुलिस में एएसआई हैं और वर्तमान में सीओ सिटी के चालक हैं। सूबेदार सिंह शिमला बायपास रोड स्थित दून एंक्लेव में रहते हैं। उनका बड़ा बेटा भी पुलिस में है और प्रयागराज में तैनात है।
गर्वित उनका सबसे छोटा बेटा था। वह पढ़ाई के बाद यूट्यूब पर वीडियो बनाने का काम करने लगा। काफी समय से वह तपोवन क्षेत्र की रहने वाली नंदिनी के साथ रहता था। वह भी उसके साथ काम करती थी। दोनों लिव इन में रहते थे जिसकी जानकारी दोनों के परिवार वालों को थी।
पड़ोसियों का कहना है कि गर्वित 3 दिन से अपने घर पर था। कहा जा रहा है कि शुक्रवार को गर्वित के मोबाइल पर एक फोन आया फोन सुनने के बाद उसने अपने परिवार वालों से कुछ नहीं कहा और बहादुरगढ़ के लिए चला गया। परिवार वालों ने आईएसबीटी तक उसे छोड़ा।
बताया जा रहा है गर्वित सुबह 5:00 बजे बहादुरगढ़ पहुंच गया जिसकी जानकारी उसने अपने पिता को दी। परिवार वाले भी सोच कर की बेटा पहुंच गया निश्चिंत हो गए। शनिवार सुबह करीब 8:00 बजे परिवार वालों के पास फोन आया कि गर्वित और नंदिनी की बिल्डिंग से गिरकर मौत हो गई है।
कहा जा रहा है की सूचना के बाद नंदिनी के पिता भी परिवार के अन्य सदस्य गर्वित के घर पहुंचे। दोनों परिवारों ने एक साथ बहादुरगढ़ जाने के लिए फैसला किया। वह आपको बता दे की नंदिनी कश्यप के पिता का नाम कमल कश्यप है और वह शांति विहार विकास पुरम, रायपुर रोड तपोवन के रहने वाले हैं। बताया जा रहा है कि दोनों परिवार नंदिनी और गर्वित के रिश्ते से खुश थे।