UPPSC की परीक्षा देकर बाहर निकला लारेंस , गिर पड़ा गेट पर, डॉक्टर में किया मृत घोषित
यूपी पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा की दूसरी पाली का पेपर देने के बाद केंद्र से बाहर निकले बुलंदशहर के लॉरेंस शर्मा (21) अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। पुलिस ने परीक्षा को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर उपचार के दौरान डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।वहीं इसकी जानकारी परिजनो को दो गई जिस पर मौके पर पहुंचे।
लॉरेंस शर्मा बुलंदशहर जिले के औरंगाबाद थाना क्षेत्र के तोमड़ी ग्रामीण क्षेत्र निवासी थे। उनके पिता प्रवीण कुमार शर्मा किसान हैं। जबकि, माता रजनी गृहणी हैं। परिवार के इकलौते बेटे लॉरेंस आईएएस बनना चाहते थे। इसके लिए वह यूपीएससी की तैयारियों में जुटे हुए थे। पुलिस के मुताबिक, लॉरेंस शर्मा रविवार को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा देने अमरोहा आए थे। रजबपुर क्षेत्र के नेहरू स्मारक इंटर कॉलेज में उनका पेपर था।पेपर देने के बाद अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़े और तोड़ा दमपहली पाली की परीक्षा देने के बाद लॉरेंस ने दूसरी पाली की परीक्षा भी दी।
वहीं, जैसे ही लॉरेंस शर्मा पेपर देने के बाद केंद्र से बाहर निकले, तो अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। केंद्र पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें एंबुलेंस से सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने लॉरेंस को मृत घोषित कर दिया।लॉरेंस शर्मा की मौत की जानकारी मिलते ही देर शाम परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। सीओ सिटी अरुण कुमार ने बताया कि परीक्षार्थी लॉरेंस शर्मा परीक्षा केंद्र के बाहर अचानक बेहोश हो गए थे, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
परिजनों की तहरीर के आधार पर पोस्टमार्टम कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।लकी सिंह, सेक्टर मजिस्ट्रेट व तहसीलदार नौगांवा सादात ने बताया कि मृतक अभ्यर्थी लॉरेंस शर्मा के हाथ के दाएं हाथ में पट्टी बंधी थी, जबकि आंख के पास चोट के निशान थे। जिससे प्रतीत हो रहा है कि उन्हें चोट लगी थी। जानकारी मिली है कि वह अकेले परीक्षा देने के लिए पहुंचे। परीक्षा देने के बाद जैसे ही वह बाहर आए, तभी बेहोश होकर नीचे गिरे पड़े थे। उन्हें जोया सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों को जानकारी दी गई है।
- सीओ सिटी अरुण कुमार ने बताया कि परीक्षार्थी लॉरेंस शर्मा एक महीने पहले बुलंदशहर में ही सड़क हादसे में घायल हो गए थे। मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। जानकारी मिली है कि वह अस्पताल से ही छुट्टी लेकर परीक्षा देने आए थे। हो सकता है कि पुराने हादसे के कारण उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। लंबे समय तक दोनों पालियों में पेपर देने के बाद उन्हें चक्कर आ गए और उनकी मौत हो गई।