Long live the humanity seen amid the sorrow of the Salt accident, people of Ramnagar flocked to donate blood as soon as the injured reached the hospital. अल्मोड़ा/रामनगर: सल्ट के मारचूला के समीप हुई बस दुर्घटना के बाद हर कोई शोकग्रस्त है। सोमवार 4 नवंबर को जब यह दुर्घटना की सूचना सामने आई तो पूरे राज्य में शोक की लहर छा गई। मौके पर ही 28 लोगों ने दम तोड़ दिया। घटनास्थल पर चीख पुकार छा गई। कुछ समय बाद घायलों को रामनगर के अस्पताल में लाना शुरू हुआ। यहां जब यह जानकारी सामने आई कि अधिक चोटिल लोगों की जान बचाने रक्त की आवश्यकता पड़ सकती है। तो पूरा रामनगर इस मानवीय सहायता के लिए मानो उमड़ पड़ा। कॉलेज पड़ने वाले युवा, छात्रसंघ के पदाधिकारी और वहां के स्थानीय नागरिक जाति,धर्म की बेड़ियों को तोड़ रक्तदान के लिए उमड़ पड़े देखते ही देखते 150 के करीब लोग रक्तदान के लिए अस्पताल पहुंच गए। इसमें शाकिब भी था तो संजय भी दिखा, शराफत के साथ ही निर्मल भी मानवता को बचाने अपना खून देने लाईन में खड़ा था। हालांकि कुल पंजीकृत 142 में से 45 यूनिट रक्त अस्पताल वालों ने लिया।हर किसी को चिंता थी कि वहां आ रहे हर एक घायल की जान उनके खून से बच जाय। हालांकि 8 लोगों ने अस्पताल पहुंचकर दम तोड़ दिया। फिर भी जिस तरह पूरे माहौल में अफरातफरी मची थी उस दौरान वहां के वांशिदों ने जिस प्रकार का योगदान दिया वह अत्यंत सराहनीय है। देश और समाज में जो इंशान को धर्म, जाति, स्थानीय और बाहरी के रूप में बांटने का प्रयास चल रहा है उसकों नकारने और मानवता बचाने का बिंब भी इन रक्तदाताओं में दिखा। इस पहल की पूरे उत्तराखंड में सराहना हो रही है।