Mahila Congress's allegation: Government has snatched the nutritional ration scheme from self-help groups स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आज अपने को ठगा सा महसूस कर रही है, कांग्रेस महिलाओं के साथअल्मोड़ा:: महिला कांग्रेस कमेटी की जिला अध्यक्ष राधा बिष्ट ने पोषाहार राशन वितरण को एनएफसी को दिए जाने की योजना की निंदा की है।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार एक तरफ महिला सशक्तिकरण की बात करती है, महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने की बात करती है वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय से स्वरोजगार की दृष्टि से पोषाहार राशन योजना के तहत वितरित की जाने वाली राशन को अब भारत सरकार के स्वामित्व वाले संस्थान एन. सी.एफ.के माध्यम से वितरित किए जाने की योजना बनाई जा रही है ।राधा बिष्ट ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में संचालित लगभग 10 लाख महिलाएं स्वयं सहायता समूह द्वारा वर्ष 2013 से राज्य के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अधीन आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं एवं 6 माह से 3 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को पौष्टिक आहार वितरण करने का कार्य किया जा रहा है।उत्तराखंड सरकार महिलाओं को एक ओर स्वावलंबी बनाने की बात करती है दूसरी ओर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से कार्य छीन कर सरकार के स्वामित्व वाली एजेंसी को दिया जा रहा है।राधा बिष्ट ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय से पोषाहार राशन योजना महिलाओं के स्वरोजगार में मदद कर रहा है। इस योजना से प्रदेश भर के लगभग 9 लाख लोग लाभान्वित हो रहे है तथा टी.एच.आर योजना से 2 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं।भाजपा सरकार की महिलाओं को सशक्त एवम स्वावलंबी बनाने की बात महज एक दिखावा है। वहीं साफ नजर आता है हजारों की संख्या में स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं आज बेरोजगार हो रहीं हैं। महिला कांग्रेस पूर्ण रूप से इन स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के साथ है।