पेरिस ओलंपिक 2024 शुरू होने से पहले ही विवादों में आ गया है। वही खेल शुरू होने के बाद विवादों की गिनती और ज्यादा बढ़ती ही जा रही है। अब भारतीय प्लेयर्स को लेकर एक बुरी खबर सामने आ रही है यहां विनेश फोगाट कुश्ती में महिलाओं की 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल मुकाबले से बाहर हो गई है। उन्हें वजन को नियंत्रण न रख पाने के कारण कोई मेडल जीतने के आयोग्य के ठहरा दिया गया है। मगर यह पहला मौका नहीं है जब 2024 में ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों से मेडल चुना गया हो।निशा दहिया से छिन गया था मेडलविनेश से पहले निशा दहिया कुश्ती में भारत को पहला मेडल दिलाने वाली थीं। निशा यहां तक की क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पहुंचकर आसान सी जीत की ओर आगे बढ़ रही थी लेकिन तभी भारतीय पहलवान को चोट लग गई। दूसरे राउंड में निशा के हाथ में चोट आ गई जिसके कारण वह हार गए और 10-8 से मुकाबला हार गईं।इस घटना के बाद भारतीय कुश्ती के राष्ट्रीय कोच वीरेंद्र दहिया का कहना था कि उत्तर कोरियाई पहलवान सोल गुम को उसके कॉर्नर से इशारा मिला था कि वह निशा को चोटिल कर दे। उनके अलावा बॉक्सिंग में निशांत देखकर साथ भी एक घटना हुई थी।वह भी अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पहले दो राउंड में आगे चल रहे थे लेकिन तीसरा राउंड एक तरफ ना रहने के बावजूद जजों ने मेक्सिको के बॉक्सर को विजेता घोषित कर दिया। इस कारण भारत के खिलाफ साजिश के कई मामले सामने आए हैं।अब विनेश के साथ साजिश!अब विनेश फोगाट 50 किलोग्राम कैटेगरी के फाइनल में यूएसए की साराह एन हिल्डेब्रांट से भिड़ने वाली थीं, लेकिन उनका वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक पाया गया है। बताया जा रहा है कि भारतीयों की ओर से वजन नियंत्रण में लाने के लिए कुछ घंटे की मांग की गई थी जिसे बाद में ठुकरा दिया गया। इसी बीच परिवार से बयान आया है कि विनेश को साजिश के तहत ओलंपिक खेलों से बाहर किया गया है।विनेश के पिता राजपाल फोगाट का कहना है कि यह घटना केवल राजनीति पर आधारित है। उसके ही अनुसार 100 ग्राम वजन बढ़ा दिया गया है। इसके लिए कौन निकालता है। साथ ही स्टाफ को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। राजपाल का कहना है कि भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह का नाम यहां उठाया गया है और कहा गया है कि विनेश को बाहर करने में कहीं ना कहीं भारत सरकार का भी हाथ है।