दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद उत्तराखंड में चलाए गए अभियान के दौरान यहां एक प्राइवेट बिल्डिंग में बेसमेंट में कोचिंग सेंटर चलता हुआ पाया गया। इसके अलावा यह कोचिंग सेंटर सुरक्षा मानदंडो का उल्लंघन भी कर रहा था जिसके चलते शनिवार को इस कोचिंग सेंटर को सील कर दिया गया।एक अधिकारी का कहना है कि क्षेत्र के कई अन्य कोचिंग सेंटरों को भी चेतावनी दी गई है और उन्होंने अगर अपने परिसर में अग्निशामक यंत्र या आपातकालीन द्वार जैसे सुरक्षा उपकरणों की कमी को जल्द दूर नहीं किया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।उप-मंडल मजिस्ट्रेट सोहन सिंह सैनी ने बताया कि देवी रोड पर स्थित लक्ष्य कोचिंग सेंटर पर छापेमारी की गई थी और इस दौरान इसे सील भी कर दिया गया क्योंकि यह सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं कर रहा था। राज्य में कोचिंग सेंटर सुरक्षा मंडलों का अगर पालन करते हुए नहीं पाए गए तो उनकी कड़ी जांच की जाएगी और वह कोचिंग सेंटर सील कर दिए जाएंगे। इसकी जांच के लिए यह अभियान दिल्ली के एक प्रमुख कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी घुस जाने से यूपीएससी अभ्यर्थियों की मौत के मद्देनजर चलाया गया था।अधिकारियों का कहना है कि शनिवार को जिन कोचिंग सेंटरों पर छापेमारी की गई। उनमें से सभी में कुछ ना कुछ कमियां भी बताया जा रहा है।ये कोचिंग सेंटर पतली गली में स्थित है लेकिन खराब वेंटिलेशन के चलते प्रकाश व्यवस्था भी नहीं थी और बहुत अधिक छात्राओं से भरे हुए कमरे थे और अपर्याप्त अग्नि सुरक्षा व्यवस्थाएं छापेमारी के दौरान कोचिंग सेंटरों में पाई गई अन्य कमियों में से थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें कमियों को दूर करने या कार्रवाई का सामना करने के लिए कहा गया है।इससे पहले मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में भी जिला प्रशासन ने बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटरों को सुरक्षा इंतजाम के कथित अभाव के चलते मंगलवार को सील कर दिया था। बताया जा रहा है कि दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में 27 जुलाई को भारी बारिश के बाद कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था सिविल सेवा परीक्षा के 3 अभ्यर्थियों की डूबकर मौत हो गई थी।