Removing the name of Hemwati Nandan Bahuguna from the stone slab of Almora Stadium is unfortunate, said Congress Organization General Secretary Vaibhav Pandey.अल्मोड़ा, 25 जुलाई 2024- कांग्रेस के संगठन महामंत्री वैभव पाण्डेय ने अल्मोड़ा स्टेडियम के शिलापट्ट से हेमवती नन्दन बहुगुणा का नाम हटाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।उन्होंने कहा कि विगत दिवस हेमवती नंदन बहुगुणा स्पोर्ट्स स्टेडियम का सुधारीकरण के पश्चात् कैबिनेट मंत्री के द्वारा वहां कार्यक्रम कर इसे जनता को समर्पित किया गया।पर उस शिलापट्ट से स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा का नाम ही हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की राजनीति,खेलप्रेमियों,राज्य आन्दोलन कारियों एवं उत्तराखंड के आम जनमानस के लिए यह बेहद कष्टदायी एवं आश्चर्यजनक वाकया है।उन्होंने कहा कि आज भाजपा सरकार में कैसी राजनीति कर रही है?जिस स्पोर्ट्स स्टेडियम का उद्घाटन भाजपा की कैबिनेट मंत्री कर रही हैं उसके शिलापट्ट से उत्तराखंड की महान विभूति का नाम ही हटा दिया गया और किसी ने इस पर प्रश्नचिन्ह भी नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय हेमवती नन्दन बहुगुणा का नाम शिलापट्ट से हटाया जाना उत्तराखंड की जनता का अपमान है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय बहुगुणा का व्यक्तित्व दलगत राजनीति से काफी ऊंचा है और उनसे असहमति रखने वाला भी उनके व्यक्तित्व की अनदेखी नहीं कर सकता है।उन्होंने कहा कि स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा भारत के उन नेताओं में थे जो इंदिरा युग में भी इंदिरा गांधी के सामने कभी नतमस्तक नहीं हुए।बीबीसी को दिये अपने एक इंटरव्यू में बहुगुणा ने स्वयं बताया था कि 1974 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के पहले दिन से ही उनके और इंदिरा के बीच मतभेद हो गये थे।इंदिरा गांधी चाहती थी कि बहुगुणा बिना किसी सवाल जवाब के उनका कहा हुआ मानें और उनके बेटे संजय गांधी को और राज्यों के मुख्यमंत्री की तरह राज्य घुमायें। बहुगुणा ने सीधा शब्दों में कहा बैक सीट से ड्राइविंग नहीं हो पायेगी।राजनीति में नये प्रयोग और हमेशा सुर्ख़ियों में रहने वाले नताओं में शुमार हेमवती नंदन बहुगुणा के विषय में एक किस्सा यह भी मशहूर है कि जब इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी लगायी तो हेमवंती नंदन बहुगुणा ने दिल्ली में इंदिरा गांधी को सदबुद्धि देने के लिये जागर का आयोजन किया।श्री पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सरकार को अपने इस कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए और शिलापट्ट पर स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा का नाम अंकित करना चाहिए।