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संयुक्त किसान मोर्चा ने किया 23 दिसंबर को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान

01:31 PM Dec 16, 2024 IST | Newsdesk Uttranews
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नई दिल्ली, 16 दिसंबर 2024

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संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के आमरण अनशन और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ 23 दिसंबर 2024 को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। एसकेएम ने चेतावनी दी है कि यदि दल्लेवाल की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति के प्रति सरकार उदासीन रही तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जिम्मेदार होंगे।

मुख्य मांगें:

सभी किसान संगठनों से तत्काल बातचीत हो

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पंजाब सीमा पर किसानों पर दमन बंद हो

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ग्रेटर नोएडा में जेल में बंद किसानों की रिहाई हो

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कृषि विपणन पर नई राष्ट्रीय नीति रूपरेखा वापस ली जाए

कॉरपोरेट नीतियों का विरोध

दल्लेवाल की बिगड़ती सेहत पर चिंता

एसकेएम ने 14 दिसंबर को हुई अपनी बैठक में 21 राज्यों के 44 सदस्यों के साथ किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। दल्लेवाल पिछले 19 दिनों से पंजाब सीमा पर आमरण अनशन पर हैं।

सरकार पर दमन का आरोप

एसकेएम का आरोप है कि मोदी सरकार किसानों के संघर्ष को दबाने की कोशिश कर रही है। पंजाब और हरियाणा में किसानों पर आंसू गैस, रबर की गोलियां और पानी की बौछारें चलाई गई हैं और सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार किया गया है।

एमएसपी, कर्ज माफी और अन्य मांगें

एसकेएम ने सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी), कर्ज माफी, बिजली के निजीकरण पर रोक, एलएआरआर अधिनियम 2013 को लागू करने और 25 नवंबर 2024 को जारी कृषि बाजार नीति को वापस लेने की मांग की है। एसकेएम का मानना है कि यह नीति कॉरपोरेट हितों को बढ़ावा देती है और किसानों के हितों के विरुद्ध है।

देशव्यापी विरोध प्रदर्शन

एसकेएम ने देश भर के किसानों से 23 दिसंबर को जिला स्तर पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है। किसान इस दिन कृषि विपणन नीति की प्रतियां भी जलाएंगे। पंजाब में एक प्रमुख केंद्र पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। एसकेएम नेता पंजाब और हरियाणा के राज्यपालों से केंद्र सरकार के साथ बातचीत सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह करेंगे।

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