नए साल का जश्न उत्तराखंड में सर्दी और बर्फबारी के बीच मनाने के लिए सैलानी तैयार हैं, और स्थानीय लोग भी इस मौसम का जमकर आनंद ले रहे हैं। उत्तराखंड में इस वर्ष नए साल का स्वागत बर्फीले तोहफे के साथ हो रहा है। जैसे-जैसे नए साल के दिन नजदीक आ रहे हैं, पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने राज्य को सर्दियों के जादू से सराबोर कर दिया है।मौसम विभाग का अलर्टमौसम विभाग ने 28 दिसंबर को उत्तराखंड के पांच प्रमुख जिलों में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। पहाड़ों ने सफेद चादर ओढ़ ली है, जिससे यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए किसी सपने जैसा प्रतीत हो रहा है।सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्रदून घाटी से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों तक कड़कड़ाती ठंड और बर्फबारी ने सभी को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है। औली, हर्षिल, मुनस्यारी और हेमकुंड साहिब जैसे स्थानों पर बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है, जिससे ये स्थान और भी जादुई हो गए हैं।पर्यटकों की भारी भीड़ इन पर्यटन स्थलों पर उमड़ रही है। देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में भी हल्की बारिश और ओलावृष्टि हो रही है, जिससे सर्दी और बढ़ गई है।तापमान में गिरावटउत्तराखंड के कई इलाकों में शीत दिवस की स्थिति बन रही है। देहरादून जैसे क्षेत्रों में तापमान 14.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है, जो सामान्य से छह डिग्री कम है।यात्रा के लिए सतर्कता जरूरीमौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि बर्फबारी और ओलावृष्टि के कारण यात्रा में बाधाएं आ सकती हैं। उन्होंने सभी यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे बर्फबारी वाले इलाकों में जाने से पहले मौसम की स्थिति की जानकारी अवश्य लें।नए साल की खासियतइस बार उत्तराखंड में बर्फीले मौसम ने नए साल की खुशियों को और भी खास बना दिया है। सर्दियों का यह खूबसूरत नजारा पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए अविस्मरणीय बन रहा है।