झारखंड के साहिबगंज में बाप-बेटी के पवित्र रिश्तों को तार-तार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक लाख रुपए के लालच में एक पिता ने अपनी नाबालिग बेटी के अस्मत का सौदा कर दिया।उसके दोस्त ने उसकी बेटी को अपने हवस का शिकार बनाया। इस घटना के बाद पीड़िता जब घर लौटी तो इस मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने आरोपी पिता और उसके दोस्त के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है।मिली जानकारी के मुताबिक, पीड़िता अपने पिता और छोटी बहन के साथ साहिबगंज में रहती है। उसके पिता का दोस्त संतोष यादव बिहार के कटिहार निवासी है। संतोष ने पीड़िता के पिता को एक लाख रुपए देने का लालच दिया था। इसके बदले में उसने उसकी बड़ी बेटी को अपने घर बुलाया था । साजिश के तहत पिता अपनी दोनों बेटियों को उसके घर ले गया। कुछ देर बाद बाजार जाने के बहाने छोटी बेटी को लेकर वहां से चला गया।पिता के जाते ही आरोपी ने पीड़िता को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।उसे डरा धमकाकर उसके साथ बलात्कार किया। अगली सुबह पीड़िता का पिता आया और उसे लेकर अपने घर आ गया। इसी बीच लड़की ने अपने पड़ोस की महिला को आपबीती बताई। उस महिला ने यह बात अन्य लोगों को बताई। इसके बाद लोगों ने उसके पिता से पूछताछ की तो वो इधर उधर की बातें करने लगा। इस पर लोगों ने पुलिस को इस मामले की सूचना दी।इस मामले की जानकारी होने पर नगर थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक अमित गुप्ता मौके पर पहुंचे उन्होंने तुरंत आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया।उससे सख्ती से पूछताछ पर उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। जिसके बाद प्राप्त जानकारी और सबूतों के आधार पर आरोपी संतोष यादव को भी गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता और पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।सदर एसडीपीओ किशोर तिर्की ने बताया कि नाबालिग लड़की के पिता ने पैसों की लालच में आकर अपनी नाबालिग बेटी को कटिहार निवासी संतोष कुमार यादव के हवाले कर दिया था। आरोपी ने नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़ित लड़की द्वारा सोमवार को शिकायत दर्ज कराने के बाद उसके पिता और आरोपी व्यक्ति के खिलाफ दर्ज करके जेल भेज दिया गया है।इस मामले की जांच जारी है।