अभी अभी
उत्तराखंड | नैनीतालहरिद्धारसोमेश्वररूद्रप्रयागरामनगरभतरोजखानबेरीनागबेतालघाटबागेश्वरपौड़ी गढ़वालपिथौरागढ़हरिद्वारहल्द्धानीदेहरादूनअल्मोड़ाताड़ीखेतचम्पावतऊधम सिंह नगरउत्तरकाशी
जॉब अलर्ट
देश | हिमांचल प्रदेश
दुनिया
Advertisement

18 साल की मन्नतो के बाद पैदा हुआ बेटा लेकिन फिर 14 महीने बाद माता-पिता की लापरवाही से हुई मौत

11:00 AM Dec 18, 2024 IST | uttranews desk
Advertisement

18 साल की मान मन्नतो के बाद बेटा पैदा हुआ लेकिन एक विक्स की डिब्बी के कारण 14 महीने बाद उस बच्चे की मौत हो गई। बांसवाड़ा के लोहारी थाना क्षेत्र के सरेड़ी बड़ी कस्बे में 14 महीने के मासूम की मौत के बाद पूरे इलाके में शोक का माहौल बन गया है।

Advertisement

बच्चा खेलते खेलते विक्स की डिब्बी का ढक्कन निगल गया और समय पर इलाज न मिलने के कारण उसकी जान चली।

Advertisement


खेल-खेल में आ गई मासूम को मौत…

Advertisement


सरेड़ी बड़ी के निवासी हीरेन जोशी का बेटा मानविक सोमवार रात विक्स की डिब्बी से खेल रहा था। बताया जा रहा है कि खेल-खेल में वह डिब्बी का ढक्कन निगल गया। बच्चे की हालत बिगड़ते देखकर परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए लेकिन वहां डॉक्टर नहीं मिलने पर उन्हें निराशा हाथ लगी।

Advertisement


स्वास्थ्य केंद्र में केवल एक नर्स और चपरासी ही थे। डॉक्टर के अनुपस्थिति के कारण परिजन बच्चें को बांसवाड़ा जिला अस्पताल ले गए लेकिन रास्ते में ही बच्चे की मौत हो गई। दुखी परिजन उसे लेकर घर वापस आ गए।


18 साल के बाद जाकर मन्नत पूरी हुई और…


अस्पताल में परिजन काफी गुस्सा दिखाई दिए और स्थानीय लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर हंगामा किया। उन्होंने अस्पताल का ताला लगाकर चिकित्सा विभाग और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर के अनुपस्थिति के कारण बच्चें को समय पर इलाज नहीं मिला, जिसकी वजह से उसकी जान चली गई।

मृतक के पिता हिरेन जोशी सरकारी टीचर है। मानविक उनकी तीसरी संतान थी। पहले दो बेटियां हैं। परिवार बेटे के लिए 18 साल तक तरसता रहा। 18 साल के बाद उनकी मन्नत पूरी हुई लेकिन बच्चा 14 महीने बाद ही छिन गया। बच्चों की आज समय मौत ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है।


शायद, चाहते तो बच जाता मासूम


उधर स्थानीय लोगों ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर अक्सर गैर मौजूद रहते हैं। इमरजेंसी में भी इलाज नहीं मिल पाता, जिससे ग्रामीणों को असुविधा झेलनी पड़ती है।

मौके पर पहुंचे ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाइश की और स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ।

Advertisement
Tags :
ParentsSon died
Advertisement
Next Article