केरल के वायनाड जिले में हाल ही में हुए भूस्खलन ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। इस आपदा में अभी तक 340 से अधिक की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। मलबे से अभी भी लोगों को बाहर निकाला जा रहा है।राहत एंव बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। वायनाड जिला प्रशासन ने अब यह स्वीकार किया है कि वे इस भयंकर त्रासदी को रोकने के लिए आवश्यक सक्रिय कदम उठाने में असफल रहे।भूस्खलन के चलते कई ग्रामीण क्षेत्रों में लोग मलबे में दब गए और कई घर पूरी तरह से नष्ट हो गए। इस आपदा ने पूरे जिले में विनाशकारी असर डाला है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वायनाड, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए प्रसिद्ध है, अब विनाश और दुख का प्रतीक बन गया है।जिला प्रशासन ने स्वीकार करते हुए कहा कि समय पर जरूरी कदम उठाने में विफल रहे, जिससे इस त्रासदी को टाला जा सकता था। जिलाधिकारी ने कहा, "हम मानते हैं कि हम समय पर जरूरी कदम उठाने में असफल रहे और इसके कारण यह भयावह स्थिति उत्पन्न हुई।