अल्मोड़ा: जिओ फाइबर के मैनेजर का अपहरण कर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगने के मामले में यूपी एसटीएफ की बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। जिसमें अल्मोड़ा के तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया। इस सनसनीखेज मामले का अल्मोड़ा कनेक्शन सामने आया है। किडनैपर्स में अल्मोड़ा के तीन युवकों के शामिल होने की खबर लोगों चर्चा का विषय बना गई है। इस खबर से पुलिस में भी हड़कंप मचा हुआ है। वहीं तीनों आरोपियों ने परिजनों को भी अंधेरे में रखा और दोस्त के जन्मदिन मनाने की कही और घर से निकले थे। जिसके बाद तीनों ने खौफनाक साजिश को अंजाम दिया।मुरादाबाद में जिओ फाइबर के मैनेजर के अपहरण और फिरौती मामले में पकडे़ गए अल्मोड़ा के तीन युवक गिरफ्तार किए गए हैं।इसकी जानकारी अल्मोड़ा पुलिस को मीडिया के माध्यम से मिली। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के परिजनों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि इनमें से दो युवक दोस्त के जन्मदिन मनाने की बात कह कर कुछ दिन पूर्व अपने घर से गए थे।अपहरण और फिरौती के मामले में एसटीएफ की टीम ने मुरादाबाद में मुठभेड़ के बाद तीन आरोपियों को पकड़ लिया है। यह तीनों आरोपी अल्मोड़ा निवासी है। पुलिस के अनुसार आरोपी विशाल कुमार पुत्र मोहन लाल अल्मोड़ा के राजपुरा मोहल्ले का निवासी हैं जो मुठभेड़ में कंधे के पास गोली लगने से घायल होने के बाद पकड़ा गया है। दूसरा आरोपी सुजल कुमार पुत्र सुरेश लाल कनेली गांव वर्तमान राजपुरा निवासी है, वहीं तीसरा आरोपी करन बिष्ट माल गांव का निवासी है।पुलिस ने बताया कि विशाल कुमार और सुजल कुमार कुछ दिन पूर्व घर में बता कर गए थे कि वह अपने दोस्त के जन्मदिन मनाने के लिए जा रहे हैं। जबकि करन बिष्ट करीब सात महीने से हरियाणा के एक होटल में काम कर रहा था। कोतवाल जगदीश देउपा ने बताया कि मामले में पकड़ गए तीनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला गया तो उनके खिलाफ अल्मोड़ा में काेई भी मामला दर्ज होना नहीं पाया गया है। वहीं उन्होंने कहा कि जिओ फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज को अपहरण करने के बाद डील होने तक अल्मोड़ा लाया गया और पीड़ित को कहां रखा गया, इसकी कोई जानकारी फिलहाल नहीं है। अपहरण और फिरौती मामले में अल्मोड़ा के युवकों के पकड़े जाने की खबर के बाद लोगों में तरह तरह की चर्चाएं तेज हैं।वहीं मामले में यूपी पुलिस के अनुसार अज्ञात मोबाइल नंबर से अभिनव भारद्वाज के परिजनों को फोन आया। परिजनों को फोन करने वाले व्यक्ति ने अभिनव भारद्वाज के किडनैप होने की बात गई. साथ ही छोड़ने के एवज में 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी. वहीं पुलिस के पास जाने पर धमकी देने लगे. यही नहीं बदमाश ने टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सदस्य बताया. घटना की गंभीरता को देखते हुए हाथरस पुलिस के साथ ही यूपी एसटीएफ भी एक्टिव हुई और मुठभेड़ के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।